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Written By WD Feature Desk
Last Updated : गुरुवार, 8 अगस्त 2024 (12:55 IST)

Top 5 Waterfall : गर्मी में घूमने के लिए भारत के इन 5 खास वाटरफॉल के पास जा सकते हो

इन झरनों के पास जाकर होगा सुकून का अहसास, मन हो जाएगा प्रसन्न

Top Waterfalls of India
Top 5 Waterfalls of India: गर्मी प्रारंभ होने के दौरान लोग ठंडी जगह पर घूमने जाते हैं। देश के कुछ ऐसे वाटरफॉल है जहां पर बारिश प्रारंभ होने से पहले आप जा सकते हैं क्योंकि वर्षाकाल में यहां जाना खतरनाक माना जाता है। हालांकि बारिश में इन झरनों को देखना बहुत ही शानदार अनुभव रहता है। यदि आप गर्मियों की छुट्टी में वाटरफॉल देखना चाहते हैं और वहीं पिकनिक मनाना चाहते हैं तो जानिए 5 खास वाटरफॉल।
1. धुआंधार झरना : यह स्थान मध्यप्रदेश के जबलपुर के पास भेड़ाघाट में है। यहां के वाटरफॉल को धुआंधार जल प्रपात कहते हैं जो लगभग 10 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है। यह प्रसिद्ध जल प्रपात बहुत ही सुंदर संगमरमर की दो पहाड़ियों के बीच से निकलता है। इसकी छटा अनुपम है और पानी के गिरने की आवाज दूर तक सुनाई देती है। पानी जब नीचे गिरता है तो उपर तक उझाल मारता है जिसके चलते ही इसे धुआंधार करते हैं। जहां पर यह वाटरफॉल है वहां पर सफेद संगमरमर के दो पहाड़ों के के बीच नर्मदा नदी बहती है। नर्मदा में नौका-विहार करने का रोमांच ही कुछ और है।
Waterfalls
2. कुंचिकल झरना : कुंचिकल जलप्रपात कर्नाटक के शिमोगा जिले में मस्थीकट्टे के पास निदगोडु गांव में स्थित है। इस झरने की ऊंचाई 455 मीटर (1493 फीट) है। यह भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है। कुंचिकल झरने को स्थानीय लोग कुंचिकल अब्बे के नाम से भी जानते है। वराही नदी के साथ बहने वाली अन्य कई नदियां मानसून के दौरान यहां के कई झरनों के संग मिल जाती है। इसलिए मानसून में हम कुंचिकल झरने के आसपास और कई छोटे झरने बहते देखते हैं। यहां का सबसे करीबी एयरपोर्ट बेंगलुरु है। कर्नाटक के ही शिमोगा में स्थित एक और बरकाना झरना 259 मीटर ऊंचा है। यह झरना भी सीता नदी के द्वार पश्चिमी घाट के पहाड़ों से ही नीचे गिरता है। इसी जिले में शरावती नदी द्वारा 253 मीटर की ऊंचाई पर एक झरना गिरता है जिससे जोग फॉल्स कहते हैं।
3. पचमढ़ी के झरने : झरनों के लिए आप मध्यप्रदेश के पचमड़ी में जाएं यहां बहुत सारी झरने हैं। रजत प्रपट पचमढ़ी का सबसे बड़ा और खूबसूरत झरना है। 106 फीट ऊंचा ये झरना पचमढ़ी में सबसे जायदा देखे जाने वाली जगहों में से एक है।  इसके बाद बी फॉल झरना है, यह एक 35 मीटर ऊंचा झरना है, जो दिखने में बेहद सुंदर है। रजत प्रपात के रास्ते में, अप्सरा एक छोटा झरना है जिसका पानी एक तालाब में जमा होता है। यह जगह पचमढ़ी के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल बी फॉल में आने से पहले कुछ शांत समय के लिए रुकने के लिए आदर्श है।
 
4. रांची : रांची को झरनों का शहर कहा जाता है। यहां जिले में पर अनगिनत झरने बहते हैं। रांची में जोन्हा जलप्रपात खास लोकप्रिय है जो पुरुलिया राजमार्ग पर स्थित रांची से 45 किमी दूर स्थानीय गांव जोन्हा में स्थित है। इसके अलावा यहां पर हुंडरू जलप्रपात, दशम जलप्रपात, सीता जलप्रपात, पंचघाघ और हिरणी जलप्रपात भी देखने लायक है।
5. चित्रकूट झरना : छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग के चित्रकूट में भी बहुत ऊंचाई से झरना गिरता है। जगदलपुर से 39 किमी दूर इन्द्रावती नदी पर यह जलप्रपात बनता है। इस जल प्रपात की ऊंचाई 90 फीट है। हालांकि इस झरने की चौड़ाई ज्यादा है।