मुरैना में अंबेडकर जयंती पर बवाल और फायरिंग, एक की मौत, एक की हालत गंभीर, कांग्रेस ने सरकार को घेरा
मुरैना। अंबेडकर जयंती पर प्रदेश के मुरैना में डीजे बजाने के विवाद लेकर एक युवक की हत्या कर दी गई। डीजे बजाने की छोटी से बात को लेकर शुरू हुए विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। विवाद इतना बढ़ गया कि दो पक्षों में फायरिंग शुरू हो गई जिसमें गोली लगने एक युवक की मौत हो गई , वहीं एक अन्य युवक गंभीर रुप से घायल हो गया है। युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है जिसके इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है।
पूरा विवाद मुरैना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के हिंगोना खुर्द गांव में हुआ जहां अंबेडकर जयंती के दौरान जाटव समाज के लोग एक जुलूस निकाल रहे थे। जुलूस से बज रहे डीजे की आवाज कम करने को लेकर दूसरे पक्ष ने विवाद शुरु कर दिया, जिसको लेकर जाटव और गुर्जर समाज के लोग आफस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि विवाद इतना बढ़ गया कि गुर्जर समुदाय के लोगों ने गोलियां चला दी। घटना के बाद इलाके में तनाव के हालात हैं।
घटना के बाद जाटव समाज में भारी आक्रोश फैल गया है. लोग आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. युवक की हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और इलाके में भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
वहीं इस पूरे विवाद पर अब सियासत भी शुरु हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सरकार को घेरते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुरैना के हिंगोना खुर्द गांव में कल रात अम्बेडकर जयंती के जुलूस पर फ़ायरिंग की गई और दलित समाज के एक युवक श्री संजय पिप्पल की मृत्यु हो गई और एक युवक घायल हो गया।यह घटना एक बार फिर बताती है कि भाजपा की सरकार में दलित सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा की सरकार में बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती पर दलित प्रसन्नतापूर्वक जलूस भी नहीं निकाल सकते हैं। भाजपा की मानसिकता दलित विरोधी है और दलितों पर अत्याचार करने वालों को भाजपा प्रश्रय देती है। इसी दिन महू के बेटमा में एक दलित दूल्हे की बारात को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यह सब घटनाएँ बता रही हैं कि भाजपा बाबा साहेब के बनाये संविधान के अनुसार सरकार चलाना नहीं चाहती और दलित समाज का उत्पीड़न करना चाहती है।