भोपाल के सियासी अखाड़े में संतों पर चढ़ा सियासी रंग, खेमों में बंटे साधु संन्यासी
भोपाल। लोकसभा चुनाव में देश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट में शामिल भोपाल संसदीय सीट पर हो रहे हाई वोल्टेज मुकाबले में अब साधु संत भी सियासी रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। जैसे-जैसे चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है अब साधु संत भी खुलकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
भाजपा की ओर से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद देश भर से साधु संत उनके समर्थन में चुनाव प्रचार करने भोपाल पहुंच रहे हैं। उज्जैन से महानिर्वाणी अखाड़े से जुड़े राष्ट्रवादी विचारधारा के संत डॉक्टर अवधेशपुरी महाराज पिछले एक सप्ताह से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के समर्थन में ग्रामीण इलाकों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
अवेधशपुरी महाराज कहते हैं कि हिंदू आतंकवाद और भगवा को बदनाम करने वालों को हराने के लिए वो साध्वी प्रज्ञा के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। अपने चुनाव प्रचार के दौरान वो राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के मुद्दें पर लोगों से वोट मांग रहे हैं। इसके साथ साथ अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी पहले ही व्यक्तिगत तौर पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को अपना समर्थन दे चुके हैं।
दिग्गी के संग साधु संन्यासी - वहीं दूसरी ओर शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को अपना शिष्य बताते हुए पहले ही जीत का आशीर्वाद दे चुके है। वहीं भाजपा के मुखर विरोधी कंप्यूटर बाबा पांच से नौ मई तक दिग्विजय के समर्थन में भोपाल में चुनाव प्रचार करने की बात कह चुके है।
कंप्यूटर बाबा वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि देश भर के साधु संत दिग्विजय सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार करने भोपाल पहुंचेंगे। वहीं अब स्वामी वैराग्यनंद ने तो बकायदा दिग्विजय सिंह के जीतने की भविष्यवाणी करते हुए एलान कर दिया है कि अगर दिग्विजय सिंह नहीं जीते तो वो जिंदा समाधि ले लेंगे। वहीं वैराग्यनंद दिग्विजय की जीत के लिए तीन क्विटंल लाल मिर्च से विशेष अनुष्ठान भी करने जा रहे हैंं।