शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. लोकसभा चुनाव 2019
  3. खास खबरें
  4. RSS supports Sadhvi Pragya Thakur
Written By विकास सिंह
Last Updated :भोपाल , शनिवार, 27 अप्रैल 2019 (16:13 IST)

फेक चिट्ठी वायरल होने के बाद अब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के समर्थन में खुलकर आया संघ

फेक चिट्ठी वायरल होने के बाद अब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के समर्थन में खुलकर आया संघ - RSS supports Sadhvi Pragya Thakur
भोपाल। लोकसभा चुनाव में देश की सबसे अधिक हॉट सीट बनी भोपाल सीट पर भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव की पूरी कमान अब संघ ने संभाल ली है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक फेक चिट्ठी खूब वायरल हुई जिसमें बताया गया कि संघ भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के उम्मीदवारी बदलने के पक्ष में था। इस फेक चिट्ठी के वायरल होने के बाद अब संघ खुलकर साध्वी प्रज्ञा के समर्थन में आ गया है।
 
कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को घेरने के लिए संघ ने  दुत्व के चेहरे साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उतारकर का जो रणनीति तैयार की है उसको अब जमीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए संघ ने पूरी ताकत झोंक दी है।
 
संघ के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत केलकर ने भोपाल पहुंचकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव की पूरी कमान अपने हाथों में ले ली है। वहीं संघ के वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन लेने के लिए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अपनी उम्मीदवारी के एलान के बाद लगभग दस बार संघ कार्यालय पहुंच चुकी है। इसके साथ ही संघ के क्षेत्रीय प्रचारक दीपक विस्पुते ने गुरुवार को संघ कार्यालय समिधा में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को चुनावी टिप्स दिए।
 
संघ से जुड़े करीबी सूत्र बताते हैं कि संघ ने अपने वरिष्ठ प्रचारक को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव की पूरी कमान सौंप दी है। संघ विचारक अनिल सौमित्र इसे स्वाभाविक बताते हुए कहते हैं कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का संघ से पुराना संबंध रहा है और साध्वी प्रज्ञा सार्वजनिक जीवन में संघ के कारण ही आई है।
 
सौमित्र कहते हैं कि कांग्रेस और दिग्विजय सिंह ने संघ को बदनाम करने के लिए जिस तरह षड़यंत्र रचा उसकी काट के लिए साध्वी प्रज्ञा से कोई बेहतर उम्मीदवार हो नहीं सकता था। इसलिए अब चुनाव में संघ के लोग खुलकर उनके साथ है। वहीं साध्वी प्रज्ञा के लगातार संघ कार्यालय समिधा पहुंचने को सौमित्र घर के लोगों से मेल मुलाकात बताते हैं। संघ की कोशिश है कि भोपाल काचुनाव राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के मुद्दें के आसपास ही केंद्रित रहें। गुरुवार को साध्वी प्रज्ञा को सेना को लेकर दिया बयान भी इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है।