Success story : गांव में नहीं थी बिजली, पेड़ के नीचे करते थे पढ़ाई, आज दुनिया के धनकुबेरों में शामिल, पढ़िए जय चौधरी की बुलंदी पर पहुंचने की कहानी
सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचने के लिए संसाधनों से ज्यादा कड़ी मेहनत और लगन की आवश्यता होती है। ऐसी ही कहानी है जय चौधरी की, जो हिमालच के छोटे से गांव में पले-बढ़े और आज दुनियाभर के अमीरों की सूची में शामिल हैं। देश के 10 अमीरों की सूची में जय चौधरी नौवें स्थान पर हैं। जय चौधरी ने भारत और अमेरिका में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में साम्राज्य स्थापित किया है। पढ़िए उनकी सफलता की कहानी।
62 साल के जय चौधरी साइबर सिक्योरिटी फर्म Zscaler के मालिक हैं, जो आज 28 बिलियन डॉलर का है।
जय चौधरी भारत के टॉप-10 अरबपतियों में से एक हैं। इस बार की हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 (Hurun Global Rich list 2021) में जय चौधरी 577 स्थान ऊपर बढ़े हैं और दुनिया के टॉप अरबपतियों में पहुंच गए हैं। लेकिन उन्हें यह सफलता रातोंरात नहीं मिली है।
पढ़ने की लगन : जय चौधरी हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित एक गांव पनोह के रहने वाले हैं। जय चौधरी का जन्म भगत सिंह और माता सुरजीत कौर के घर में हुआ था। तीन भाइयों में सबसे छोटे जय चौधरी की तीन बहनें है। उन्होंने वह समय भी देखा है जब उनके गांव में बिजली नहीं होती थी। उन्होंने पेड़ के बैठकर पढ़ाई की है। जय चौधरी ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे हर रोज करीब 4 किलोमीटर पैदल चल कर पास के गांव धुसारा जाते थे ताकि अपनी 10वीं की पढ़ाई पूरी कर सकें।
जय चौधरी ने 2008 में Zscaler कंपनी शुरू की थी। इसके बाद 2018 में कंपनी का आईपीओ लॉन्च किया था। अभी उनके परिवार के पास नैसडैक में लिस्टेड ZScaler के 45 प्रतिशत शेयर हैं। इस कंपनी की अभी की वैल्यू करीब 28 अरब डॉलर है। चौधरी ने 2019 में बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था कि उनकी सफलता का राज है कि पैसों के प्रति उनका लगाव बहुत ही कम था। उनका उद्देश्य इंटरनेट और क्लाउड को हर किसी के लिए सुरक्षित बनाना था ताकि हर कोई बिना किसी परेशानी के बिजनेस कर सके।
हुरून की सूची के मुताबिक अनुसार जय चौधरी कुल संपत्ति पिछले साल 271 प्रतिशत बढ़ी है और 13 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। कोरोना काल में डिजिटल टेक्नोलॉजी को तेजी के बढ़ते उपयोग से चौधरी के कंपनी को काफी मजबूती मिली।
कोरोना काल में लोगों ने जूम जैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप और नेटफ्लिक्स जैसे कंटेंट प्लेटफॉर्म का खूब प्रयोग किया। कोरोना काल में लोग वर्क फ्रॉम होम रहे थे, जिससे डिजिटल इस्तेमाल काफी तेजी से बढ़ा। उनकी कंपनी के पास 5000 से भी अधिक ग्राहक हैं।