जहरीले कफ सिरप के बाद अब ग्वालियर में एंटीबायोटिक में कीड़े, सरकारी अस्पताल की करतूत, विभाग ने 6 दवाएं की बैन
मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौतों के मामलों के बाद अब ग्वालियर के एक सरकारी अस्पताल ने करतूत कर डाली है। यहां एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक बच्चे को दी गई एंटीबायोटिक दवा की बोतल में कथित तौर पर कीड़े मिलने की शिकायत सामने आई है। इसी कड़ी में सूबे के ग्वालियर में विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इसे लेकर विभाग ने जारी किया है।
इस कांड के बाद ग्वालियर में 6 दवाओं के उपयोग पर रोक लगा दी गई है। मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के निर्देश पर संबंधित दवाओं के सेवन और वितरण पर रोक लगाई गई है। सिविल सर्जन को ई-मेल के जरिए निर्देश मिले हैं, जिसमें कहा गया कि 6 दवाओं को आगामी आदेश तक इस्तेमाल प्रतिबंधित है।
बता दें कि एक महिला द्वारा शिकायत किए जाने के बाद, जिसके बच्चे को वह दवा दी गई थी, मुरार कस्बे के सरकारी अस्पताल में एज़िथ्रोमाइसिन ओरल सस्पेंशन के पूरे स्टॉक को सील कर दिया गया है, और नमूने जांच के लिए भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। बता दें कि एज़िथ्रोमाइसिन आमतौर पर बच्चों को विभिन्न संक्रमणों के लिए प्रिस्क्राइब की जाती है। कथित तौर पर यह दवा मध्यप्रदेश स्थित एक कंपनी द्वारा निर्मित एक जेनेरिक संस्करण थी।
306 बोतलों को वापस मंगाया : द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक ड्रग इंस्पेक्टर, अनुभूति शर्मा ने मीडिया को बताया कि मुरार के सरकारी अस्पताल में एक महिला ने एज़िथ्रोमाइसिन ओरल सस्पेंशन की एक बोतल में कीड़े होने की शिकायत की। हालांकि शिकायतकर्ता द्वारा लाई गई बोतल पहले से ही खुली हुई थी, लेकिन मामले की तुरंत जांच की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल में संग्रहित और वितरित की गई सभी 306 बोतलों को वापस मंगा लिया गया है और जब्त कर लिया गया है। कुछ बोतलों के प्रारंभिक निरीक्षण में कीड़ों के कोई लक्षण नहीं दिखे, लेकिन सुरक्षा की पुष्टि के लिए परीक्षण किया जा रहा है। कुछ बोतलों को भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजा गया है, जबकि एक नमूना कोलकाता में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला को भी भेजा जाएगा।
यह घटना छिंदवाड़ा जिले में किडनी फेलियर के कारण कथित तौर पर 24 बच्चों की मौत के बाद हुई है, जिन्होंने मिलावटी कोल्ड्रिफ कफ सिरप का सेवन किया था। इस त्रासदी के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने पहले ही भारत में पहचाने गए तीन घटिया ओरल कफ सिरप—कोल्ड्रिफ, रेस्पीफ्रेश टीआर और रीलाइफ के खिलाफ अलर्ट जारी किया था।
इन दवाओं पर लगी रोक
-एंटीबायोटिक इंजेक्शन मेरोपेनम
-सिप्रोफ्लोक्सेसिन 250mg टेबलेट
-पेट साफ करने का सिरप लेक्टूलोज 10ML और 15ML
-पेट में कीड़े पड़ने पर दी जाने वाली दवा एल्बेंडाजोल 400MG
-खाली पेट दी जाने वाली दवा रेबीप्राजोल 20MG टेबलेट
-इलेक्ट्रोलाइट पी पर रोक लगाई गई है।
Edited By: Navin Rangiyal