सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल' एक नए सीजन के साथ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर लौट आया है, और इस बार ये हर दिल को छूने वाला है। खूबसूरत थीम 'यादों की प्लेलिस्ट: जहां आवाज़ें आज वाली और गाने आप वाले' के तहत, शो 90 के दशक की यादों, धुनों और भावनाओं का जश्न मना रहा है।
इन्हीं आवाज़ों के बीच इंडियन आइडल जूनियर से पहचाने जाने वाले संकल्प यादवंशी भी इस मशहूर मंच पर दोबारा लौटे हैं। संकल्प, जो कभी इंडियन आइडल जूनियर में नजर आए थे, इस बार मंच पर लौटे तो उनके साथ पिता नहीं, बल्कि मां थीं। आंखों में आंसू लिए संकल्प ने अपने जूनियर दिनों के बाद से अब तक की मुश्किलों से भरे सफर की बातें सबके साथ साझा की।
संकल्प ने कहा, इंडियन आइडल जूनियर के बाद मेरे माता-पिता अलग हो गए। संगीत हमारा रिश्ता था, और आज भी मैं उस दर्द से उभरने की कोशिश कर रहा हूं। आइडल किड्स से अब तक का सफर बहुत मुश्किल रहा। उन्होंने मुझसे कहा था, तू तो मेरी औलाद ही नहीं है। उस वक्त मैं पूरी तरह टूट गया था।
उन्होंने कहा, मेरी मां, जिन्होंने हमेशा मुझे गायक बनने का सपना देखा था, आज गर्व से मेरे साथ खड़ी हैं। अगर मां न होतीं तो मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता। उन्होंने हार नहीं मानी, इसलिए मैं भी नहीं मान सकता। अब मैं किसी भी हाल में उनका सपना पूरा करना चाहता हूं।
जज श्रेया घोषाल, जो संकल्प को उनके जूनियर के दिनों से जानती हैं, अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाईं। उन्होंने कहा, 'आपकी मां की वह मुस्कान जब वह आपको देख रही थीं, उस चीज ने मुझे बहुत भावुक कर दिया। आप उनकी जिंदगी की वजह हैं, और आपके लिए अच्छा करना बहुत जरूरी है। मुझे याद है कि जूनियर में आपका गाना कितना शानदार था। मैं आपकी हिम्मत की सच में तारीफ करती हूं, मैम।
माहौल भावुक हो गया जब संकल्प की मां ने अपनी आंखों के आंसू पोंछे। यह पल एक मां के प्यार, बेटे के जज़्बे और संगीत की ताकत को दिखा रहा था। इंडियन आइडल 16 यह साबित करता रहा है कि सिर्फ मुकाबला और टैलेंट नहीं, बल्कि वो कहानियां हमें सच में जोड़ती हैं, जहाँ सपने प्यार, समर्थन और हिम्मत से जन्म लेते हैं।