1971 युद्ध के 50 साल, सोनाक्षी सिन्हा ने किया नारी शक्ति को सलाम
सोनाक्षी सिन्हा एक उम्दा अभिनेत्री, एक बेहतरीन डांसर, एक खूबसूरत पेंटर के अलावा एक अच्छी कवियित्री भी हैं। जल्द ही सोनाक्षी की फिल्म 'भुज : द प्राइड ऑफ इंडिया' 26 दिसंबर को स्टार गोल्ड पर रात 8 बजे दिखाई जाएगी। और सोनाक्षी ने एक कविता के जरिए नारी शक्ति के दिलेर जज्बे को सलाम किया।
साथ ही इस बात से सोनाक्षी बेहद खुश हैं कि उनकी इतनी बड़ी फिल्म, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की मिसाल हैं उसे लोग घरों में अपने परिवार के साथ मिलकर देखेंगे। सोनाक्षी ने इस फिल्म में सुन्दरबेन जेठा मधरपर्य जैसे दिलेर महिला का किरदार निभाया हैं जिसने हवाई मैदान बनाने में 300 महिलाओं का नेतृत्व किया था।
सोनाक्षी इस बात से बहुत खुश हूं कि उन्हें एक शक्तिशाली महिला का किरदार निभाने का मौका मिला। बता दे कि डायरेक्टर अभिषेक की दादी भी उन 300 महिलाओं में एक थी और जब ये बात अभिषेक ने सोनाक्षी को बताई तो वो बहुत प्रेरित हुई। इसके अलावा फिल्म में सोनाक्षी के गरबे डांस के पीछे भी एक अनोखी कहानी हैं। जो करना उनके लिए मजेदार तो था लेकिन आसान नही था।
रमो-रमो गाना बहुत ही खूबसूरत और फोक डांस गरबा को दर्शाता हैं। बहुत सारे डांसर के साथ तालमेल कर इस गाने को परफेक्ट पिक्चराइस करने में थोड़ा टाइम लगा। और सोनाक्षी ने पूरी मेहनत और सिद्दत के साथ इस गाने में अपने बेहतरीन गरबा नृत्य का प्रदर्शन किया जो उनके दिल के बेहद करीब हैं।
'भुज : द प्राइड ऑफ इंडिया' फिल्म भुज के एक गांव की उन 300 जाबाज़ महिला शक्ति की कहानी हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी को ताक पर रखकर मात्र तीन दिनों में रनवे तैयार किया जो हवाई पट्टी पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलाबारी में तबाह हो गई थी।
फिल्म में अजय देवगन, संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा, शरद केलकर और एम्मी विर्क मुख्य भूमिका में हैं। अजय देवगन ने इस फिल्म में एक जाबांज एयर फोर्स ऑफिसर विजय कार्णिक की भूमिका निभाई जिन्होंने 300 महिलाओं को हवाई पट्टी रिपेयर करने के लिए प्रोत्साहित किया था।