कृषि बिल को लेकर हरियाणा और पंजाब के किसानों में ख़ासा रोष है। सोशल मीडिया पर किसानों और बिल के समर्थन और विरोध में काफ़ी चर्चाएं हैं। सोमवार को इस चर्चा में अभिनेत्री कंगना रनौत भी आ गईं।
कंगना रनौत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट को रीट्वीट किया। कंगना ने प्रधानमंत्री के MSP बरक़रार रखने के वादे को रीट्वीट किया लेकिन साथ ही उन्होंने जो लिखा उसके बाद सोशल मीडिया पर उनके ख़िलाफ़ विरोध दिखने लगा।
कंगना ने लिखा, 'प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे ग़लतफ़हमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की ऐक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फ़र्क़ पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं CAA से एक भी इंसान की सिटिज़नशिप नहीं गई मगर इन्होंने ख़ून की नदियाँ बहा दी।'
कंगना के इस ट्वीट के बाद #Arrest_Castiest_Kangna समेत अलग-अलग हैशटैग ट्रेंड करने लगे और उसमें कंगना रनौत को गिरफ़्तार करने की मांग उठने लगी।
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना था कि कंगना ने किसानों को 'आतंकी' कहा है।
कंगना ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर सोमवार को लगातार उनके विरोध के बाद टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर एक ख़बर प्रकाशित की जिसको रीट्वीट करते हुए कंगना ने सफ़ाई जारी की।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'CAA को लेकर जो ग़लत सूचनाएं और अफ़वाह फैला रहे थे जिसके कारण दंगे हुए वही लोग अब किसान बिल को लेकर ग़लत सूचनाएं फैला रहे हैं और राष्ट्र में आतंक पैदा कर रहे हैं, वे आतंकवादी हैं। आप अच्छी तरह से जानते हैं कि मैंने क्या कहा लेकिन ग़लत सूचना फैलाना पसंद है।'
कंगना ने सोमवार को इसके बाद फिर एक ट्वीट किया और सफ़ाई जारी करते हुए कहा कि अगर कोई यह साबित कर दे कि उन्होंने किसानों को 'आतंकी' कहा है तो वो ट्विटर छोड़ देंगी।
कंगना ने पहले ट्वीट के बाद अपनी सफ़ाई में दो ट्वीट जारी किए। हालांकि, उन्होंने पहले ट्वीट को डिलीट नहीं किया।
कंगना अपने ट्वीट पर अडिग हैं और उनका कहना है कि उन्होंने कृषि विधेयक को लेकर अफ़वाह फैलाने वालों को 'आतंकी' कहा है न कि किसानों को।