क्या भारत में Passenger vehicle की बिक्री बनाएगी रिकॉर्ड, 3 से 5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान
यात्री वाहनों की बिक्री में चालू वित्त वर्ष में 3 से 5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष के ऊंचे तुलनात्मक आधार प्रभाव ऑर्डर बुक कमजोर होने तथा शुरुआती स्तर के संस्करणों की मांग घटने से 2024-25 में यात्री वाहनों की बिक्री हल्की रहने की संभावना है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी केयरएज की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में 90 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ यात्री वाहन खंड में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 90,432 इकाई रही थी, जिसके चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 1.30 से 1.50 लाख इकाई पर पहुंचने का अनुमान है।
रिपोर्ट कहती है कि 2021-22 और 2022-23 में यात्री वाहन उद्योग ने कोविड के बाद दबी मांग और नए उत्पादों की पेशकश के बल पर सालाना आधार पर मात्रा में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की थी। केयरएज ने कहा कि इसमें यूटिलिटी वाहनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। 2021-22 में यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 41 प्रतिशत और 2022-23 में 33.2 प्रतिशत बढ़ी थी।
रेटिंग एजेंसी के अनुसार, वित्त वर्ष 2011-12 तक कुल यात्री वाहन बिक्री में यूटिलिटी वाहनों का योगदान 10-15 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2012-13 से 2023-24 के दौरान यूटिलिटी वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 15.51 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।
केयरएज ने कहा कि वर्तमान में सभी नए यात्री वाहनों की बिक्री में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत से अधिक है। केयरएज रेटिंग्स की एसोसिएट निदेशक आरती रॉय ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के ऊंचे आधार प्रभाव, ऑर्डर में कमी तथा प्रवेश स्तर के संस्करणों की घटती मांग की वजह से 2024-25 में यात्री वाहनों की बिक्री 3 से 5 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। इनपुट भाषा