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Last Modified: रविवार, 3 सितम्बर 2023 (10:57 IST)

Aditya L-1 के लिए वैज्ञानिक क्यों नहीं लगा रहे थे परफ्यूम

Aditya L-1 के लिए वैज्ञानिक क्यों नहीं लगा रहे थे परफ्यूम - why scientists were not using perfumes
Aditya L-1 : भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 सूर्य के रहस्य खोलने के लिए रवाना हो चुका है। वह पृथ्वी की कक्षा में पहुंच चुका है। सूर्य मिशन आदित्य एल-1 के मुख्य पेलोड पर काम करने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को परफ्यूम लगाने की मनाही थी।
 
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) को बेंगलुरु के पास होसकोटे में स्थित अत्याधुनिक वाइब्रेशन एंड थर्मोटेक फैसिलिटी में विकसित किया गया था। इसे विकसित करने वाली इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स की टीम के सदस्यों को सभी प्रकार के परफ्यूम और स्प्रे से दूर रहने को कहा गया था।
 
इसी फैसिलिटी में कंपोनेंट-लेवल वाइब्रेशन डिटेक्टरों और ऑप्टिकल एलिमेंट्स को इंटीग्रेट करने के लिए एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था।
 
रिपोर्ट के अनुसार, इस टीम ने भविष्य के खोजकर्ताओं से मिलते-जुलते फुल-सूट रिहर्सल में, इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज और प्रदूषण फैलाने वाली चीजों को क्लीन रूम से दूर रखने का अभ्यास किया। क्लीन रूम में परफ्यूम लगाकर आना भी प्रतिबंधित था और टीम के हर एक सदस्य को अल्ट्रासोनिक क्लीनिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता था। यहां तक की मेडिकल स्प्रे का भी इस्तेमाल नहीं किया गया। वैज्ञानिकों ने जो सूट पहना, वे सेंसर और ऑप्टिक्स की रक्षा करने वाली ढाल थे।
 
रिपोर्ट में VELC तकनीकी टीम के प्रमुख नागाबुशाना एस के हवाले से कहा गया कि क्लीनरूम को अस्पताल के ICU से 1 लाख गुना ज्यादा साफ रखना पड़ता था। इसी टीम के सदस्य सनल कृष्णा ने कहा कि हमने यह सुनिश्चित करने के लिए HEPA फिल्टर, आइसोप्रोपिल अल्कोहल और कठोर प्रोटोकॉल का पालन किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य पार्टिकल्स हमारी प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न न करें।
 
पहले भी अन्य मिशनों में काम कर चुके इन विज्ञानिकों ने कहा कि इससे पहले कभी भी उन्होंने प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए परफ्यूम लगाना नहीं छोड़ा था।
Edited by : Nrapendra Gupta 
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