देखें कुछ पोस्ट-
Fake environment activities @GretaThunberg #AskGretaWhy pic.twitter.com/qNipU6y2cv
— Manish Pandey (@joinmanishpande) February 17, 2021
#AskGretaWhy
— Nivas Kumar (@kanaknivas) February 16, 2021
Bad precedent as always. pic.twitter.com/65L9PU7U2W
क्या है सच-
एक पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने असली फोटो ट्वीट की है, जिसमें खिड़की के बाहर कुछ पेड़ नजर आ रहे हैं।
How dare you pic.twitter.com/gvhcqFhDQU
— I Am Niteesh (@IMNITEE) February 18, 2021
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि यह फोटो पहले भी वायरल हो चुकी है और यह एडिटेड फोटो है।
पड़ताल के दौरान हमने ग्रेटा थनबर्ग का सोशल मीडिया अकाउंट चेक किया। ग्रेटा के अकाउंट पर भी हमें यही फोटो मिली, जिसे उन्होंने 22 जनवरी, 2019 को शेयर किया था।
Lunch in Denmark. pic.twitter.com/LWKMQ9AuqR
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) January 22, 2019
बताते चलें कि किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से एक सीक्रेट टूलकिट ट्वीट कर दिया था, जिसमें हरेक दिन की जानकारी देते हुए बताया गया कि कैसे आंदोलन को सफल बनाना है। सीक्रेट टूलकिट लीक होने के बाद दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा के खिलाफ FIR दर्ज की है। ग्रेटा पर किसान आंदोलन पर भड़काऊ ट्वीट करने का आरोप है।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि ग्रेटा थनबर्ग की फोटो को एडिट कर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।