Last Modified: चंदौली ,
शनिवार, 11 फ़रवरी 2012 (20:03 IST)
बाहुबली और पूर्व पुलिस अधिकारी का ‘चुनावी एनकाउंटर’
उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक अनूठी मुठभेड़ होने जा रही है। इस सीट पर एक बाहुबली माफिया और पुलिस के विशेष कार्यबल दस्ते के एक पूर्व अधिकारी आमने-सामने हैं।
विभिन्न अपराधों में दोषी और इन दिनों अहमदाबाद जेल में कैद बाहुबली बृजेश सिंह ‘प्रगतिशील मानव समाज पार्टी’ के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका सामना कर रहे हैं पूर्व पुलिस उपाधीक्षक शैलेंद्र सिंह जो यहां कांग्रेस से चुनावी मैदान में उतरे हैं। शैलेंद्र लंबे अरसे तक विशेष कार्य बल दस्ते में सेवा करते रहे।
बृजेश के जेल में कैद होने के कारण उनकी पत्नी अन्नपूर्णा जो बहुजन समाज पार्टी से विधान परिषद की सदस्या भी हैं, उनके लिए चुनाव प्रचार में जुटी हैं।
यह पूछे जाने पर कि बृजेश को राजनीति में उतरने का मन क्यों किया, उनके मीडिया प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया कि बृजेश जनता की सेवा करना चाहते हैं। रूपेश का यह भी कहना था कि बृजेश की पत्नी और भाई पहले ही जनसेवा में जुटे हैं।
बताते चलें कि बृजेश के भाई उदयनाथ उर्फ ‘चुलबुल सिंह’ भी भाजपा से विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं।
खास बात यह है कि अपने पति बृजेश के लिए चुनाव प्रचार करते समय अन्नापूर्णा सिंह को अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी और वर्तमान विधायक शारदा प्रसाद निषाद के खिलाफ मोर्चा संभालना पड़ रहा है। वहीं पूर्व पुलिस अधिकारी शैलेंद्र सिंह पहले भी लोकसभा का चुनाव लड़ चुके है। शैलेंद्र ने राजनेताओं और माफिया सरगनाओं के बीच गठजोड़ को लेकर पुलिस सेवा से 2000 में त्यागपत्र दे दिया था और कांग्रेस से जुड़ गए थे।
उनका मानना है कि उनकी साफ छवि और संप्रग द्वारा बनाए गए जन हितकारी कानूनों के चलते उन्हें मत मिलेंगे। साथ ही वह ठाकुरों के वोट भी पाने की संभावना जता रहे हैं। वहीं वर्तमान बसपा विधायक निषाद मान कर चल रहे हैं कि पार्टी का ‘कार्डर वोटबैंक’ और उनके बींड समुदाय के वोट उनको इस सीट से विधायक बने रहने में मदद करेंगे। (भाषा)