योगी सरकार 2.0 में मेरठ के दो MLA बने मंत्री, दलित-गुर्जर कार्ड के जरिए 2024 की तैयारी
मेरठ। योगी 2.0 सरकार में मेरठ के 2 विधायकों को मंत्री पद पर सुशोभित किया गया है। योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में हस्तिनापुर से विधायक व मंत्री रहे दिनेश खटीक को एक बार फिर से मंत्री बनाया गया है। मेरठ के युवा चेहरे सोमेन्द्र तोमर को भी इस बार मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। यह देखकर यह कहा जा सकता है कि भाजपा आगामी 2024 लोकसभा की तैयारी में जुट गई है।
2017 चुनाव में मेरठ की 7 विधानसभा सीटों में से 6 पर भाजपा ने परचम फहराया था, जबकि 2022 में 3 सीटों पर ही भाजपा के उम्मीदवार जीत पाए हैं। सोमेंद्र तोमर गुर्जर समाज से आते हैं। उन्होंने 2017 और 2022 में मेरठ दक्षिण सीट भाजपा की झोली में डाली है।
सोमेन्द्र उनका राजनैतिक सफर चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी कैंपस से शुरू हुआ और अब मंत्री पद तक पहुंच गया है। मेरठ की दक्षिण सीट पर लगातार दो बार विधायक चुने जाने के बाद उन्हें योगी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। सोमेंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री पद पर गोपनीयता की शपथ लखनऊ में ली है।
सोमेंद्र तोमर ने 1995 में हाईस्कूल और 1997 में यूपी बोर्ड से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। मेरठ में उन्होंने 2000 में सीसीएसयू यूनिवर्सिटी से बीएससी की पढ़ाई पूरी की। 2002 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एमएससी की पढ़ाई को पूरा किया। सोमेंद्र की पढ़ने की लालसा यहीं खत्म नही हुई, उन्होंने 2003 में सीसीएसयू यूनिवर्सिटी से एम.फिल की। फिर यूनिवर्सिटी कैंपस से पीएचडी की डिग्री पाकर डॉ. सोमेन्द्र तोमर बन गए।
हस्तिनापुर में इस बार भी मिथक की जीत हुई : मेरठ हस्तिनापुर सीट पर इस बार भी इसी मिथक की जीत हुई, जो हस्तिनापुर जीतता है, उसी की सरकार बनती है। हस्तिनापुर विधानसभा सीट पर रिजर्व है। इस सीट पर दूसरी बार विधायक बन कर दिनेश खटीक ने इतिहास रच दिया। दो बार हस्तिनापुर से विजयी दिनेश खटीक पर योगी ने भरोसा जताते हुए दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल किया है।
हस्तिनापुर से विधायक और मंत्री दिनेश खटीक दलित हैं और वह मवाना थाना क्षेत्र के कस्बा फलावदा से उनका नाता है। मंत्री खटीक के परिवार का राजनीति से गहरा नाता है। दिनेश खटीक शुरू से ही भाजपा में हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता भी। इनके पिता भी RSS से जुड़े रहे हैं। मंत्री के भाई नितिन खटीक जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं।
हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक दिनेश खटीक को पिछली सरकार में भी मंत्री बनाया गया था। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में कई बड़े विकास कार्य किए थे। उनका विधानसभा क्षेत्र खादर से जुड़ा है। उस क्षेत्र को बाढ़ से सुरक्षित बचाने के लिए 18 करोड़ रुपए की दो परियोजनाओं को दिनेश खटीक ने सीएम योगी से मिलकर पास कराया था।
हस्तिनापुर सीट पर 2017 में बसपा प्रत्याशी को हराकर खटीक पहली बार विधायक बने थे। अब 2022 के चुनाव में भी दिनेश खटीक ने सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी मेयर पति योगेश वर्मा को हराकर जीत दर्ज की है। 2022 के चुनाव में दिनेश खटीक को 107587 और सपा प्रत्याशी योगेश वर्मा को 100275 मत मिले थे।
राज्यमंत्री दिनेश खटीक के पिता अपने बेटे के दूसरी बार मंत्री बनने पर गर्व महसूस कर रहे। उनका कहना है कि वो आज अपने बेटे के नाम से जाने-पहचाने जाते हैं। दिनेश खटीक के पिता का कहना है कि जब बेटा मेरठ आएगा तो वो उन्हें छाती से लगा लेंगे। सोमेन्द्र और दिनेश खटीक के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। ढोल की थाप पर लोग जमकर नाच गा रहे हैं और मिठाई बांट रहे हैं।
तोमर और खटीक को मंत्री बनाकर भाजपा ने कहीं न कहीं दलित और गुर्जर समाज को साधने की कोशिश की है। खटीक जहां दलित वर्ग से आते हैं, वहीं तोमर गुर्जर समाज से। ऐसा करके भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुट गई है।