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Written By Author संदीप श्रीवास्तव
Last Updated : बुधवार, 18 अगस्त 2021 (20:13 IST)

साधु-संतों ने एक सुर में कहा- योगी लड़ें अयोध्या से चुनाव, तन-मन-धन से करेंगे सहयोग

साधु-संतों ने एक सुर में कहा- योगी लड़ें अयोध्या से चुनाव, तन-मन-धन से करेंगे सहयोग - Chief Minister yogi Adityanath Ayodhya Uttar Pradesh Assembly Election 2022
अयोध्या। उत्तर प्रदेश मे होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों से शुरू हो गई हैं। सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों मे जुट गई हैं। बसपा ने तो अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन का शुभारंभ कर चुनावी शंखनाद कर दिया है। इस बीच, यह भी चर्चा जोरों पर है कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। अयोध्या के साधु-संत भी चाहते हैं कि योगी यहां से चुनाव लड़ें। 
 
डॉ. महंत भरत दास का कहना हैं की अयोध्या भारतीय सभ्यता व संस्कृति की अद्भुत धरोहर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी व हमारे प्रधानमंत्री का ध्यान भी इस ओर केन्द्रित है, जिसके चलते अयोध्या का सर्वांगीण विकास हो रहा हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है राम मंदिर का चल रहा कार्य है, जो अयोध्या के लिए सबसे बड़ा काम हैं।
उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दल अयोध्या को लेकर केवल दिखावा कर रहे हैं। उन्होंने अयोध्या के लिए कुछ भी नहीं किया है। उन्होंने कहा की हम सभी साधु-संतों की मांग है कि हमारे मुख्यमंत्री योगी अयोध्या से विधानसभा चुनाव लड़ें। इससे अयोध्या का विकास काफी तीव्र गति से होगा। 
 
महंत अवधेश दास ने कहा कि अयोध्या योगीजी का घर है। अयोध्या से योगी का गोरक्षपीठ का कई पीढ़ियों का साथ रहा है। दिग्विजयनाथ जी, अवैद्यनाथ जी व योगी आदित्यनाथ जी सभी का अयोध्या से बड़ा लगाव रहा है। इसलिए अगर वो यहां से चुनाव लड़ते हैं तो हम सब उनका स्वागत करते हैं। उनका तन, मन, धन से पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में आना तो भाजपा को ही है। हल्ला कोई चाहे जितना मचाए, सरकार भाजपा की ही बनेगी। 
महामंडलेश्वर प्रेम शंकर दास ने कहा कि योगी जी का तो पहले से ही अयोध्या से बड़ा लगाव रहा हैं। वे कभी भी नेता या मुख्यमंत्री बनकर अयोध्या नहीं आए। वे यहां बेटा व शिष्य बनकर आते रहे हैं। हर संत उनके लिए गुरु परम्परा से जुड़े हैं। इतना ही नहीं यहां से एक फोन चला जाए किसी भी कार्यक्रम के लिए, वो तुरंत चले आते हैं वे बड़े सरल व सुलभ हैं। उन्हें यहां पहचान बनाने की जरूरत नहीं हैं। उनकी पहचान पहले से ही बनी हुई है, जिसे मिटाने वाला कोई नहीं हैं।
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