बांग्लादेश : 300 लोगों की मौत, 20 हज़ार घायल, जांच के लिए दौरा करेगी टीम
बांग्लादेश में व्यापक प्रदर्शनों के कारण, अगस्त (2024) में प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को इस्तीफ़ा देना पड़ा। संयुक्त राष्ट्र बांग्लादेश में स्थिति पर नज़दीकी नज़र बनाए हुए है और देश में स्थिरता बहाली के लिए जिस मदद की ज़रूरत होगी वो वहां के लोगों और सरकार को मुहैया कराई जाएगी। इस बीच संयुक्त राष्ट्र का एक मानवाधिकार जांच दल भी बांग्लादेश भेजने की घोषणा की गई है।
यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने एक सोशल मीडिया सन्देश में कहा है उन्होंने बांग्लादेश की अन्तरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के साथ टेलीफ़ोन पर बातचीत की है और वहां की सरकार और लोगों को पूर्ण समर्थन व एकजुटता का भरोसा दिलाया है।
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने गुरूवार को यूएन मुख्यालय में नियमित प्रैस वार्ता में कहा कि यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त ने मोहम्मद यूनुस के साथ विस्तार से जो बातचीत की है उसमें सहयोग के साथ-साथ जवाबदेही के मुद्दे भी शामिल हैं।
उप प्रवक्ता ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की एक अगले सप्ताह बांग्लादेश की राजधानी ढाका का दौरा करेगी और हाल के सप्ताहों में हुई हिंसा और अशान्ति में हुए मानवाधिकार हनन के मामलों की जांच के लिए समर्थन व औपचारिकताओं पर बातचीत करेगी।
ग़ौरतलब है कि देश में सरकारी रोज़गारों में आरक्षण कोटा के विरोध में जुलाई के आरम्भ में छात्र प्रदर्शन शुरू हुए थे, जो कुछ दिनों में देशभर में फैल गए थे।
तत्कालीन सरकार ने उन प्रदर्शनों को दबाने के लिए बल प्रयोग किया, जिसमें 300 से अधिक लोगों के मारे जाने और 20 हज़ार से अधिक लोगों के घायल होने की ख़बरें हैं। हताहतों में बहुत से बच्चे भी बताए गए हैं। मानवाधिकार एजेंसियों ने, सरकार के बल प्रयोग के दौरान बड़े पैमाने पर मानवाधिकार हनन के आरोप लगाए हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की ये जांच टीम, उसी सन्दर्भ में देश का दौरा करेगी।
प्रवक्ता ने कहा कि मानवाधिकार उच्चायुक्त बांग्लादेश में अन्तरिम सरकार और वहां के लोगों को सरकार के एक ऐसे सफल परिवर्तन को सम्भव बनाने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे मानवाधिकारों का संरक्षण सुनिश्चित हो।
उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने बांग्लादेश में नए सिरे से हो रहे प्रदर्शनों और भड़की हिंसा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि संयुक्त राष्ट्र शान्तिपूर्ण प्रदर्शन किए जाने के अधिकार का सम्मान किए जाने को प्रोत्साहित करता है।
उप प्रवक्ता ने बांग्लादेश के सुरक्षा बलों से यह सुनिश्चित किए जाने का भी आहवान किया कि शान्तिपूर्ण प्रदर्शनों में शिरकत करने वालों को किसी तरह का नुक़सान नहीं हो।