• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Latest weather news for 19 July 2025 in India
Last Updated :नई दिल्ली , शनिवार, 19 जुलाई 2025 (09:19 IST)

Weather Update: बिहार और यूपी में उफनाईं नदियां, IMD का इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

भारत में इस मानसून ऋतु में अब तक सामान्य से 9 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है, लेकिन यह पूरे देश में समान रूप से नहीं हुई है। भारत मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।

Latest Weather News 19 July 2025
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार विभिन्न राज्यों में 17 स्थानों पर बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उत्तरप्रदेश और बिहार (Uttar Pradesh and Bihar) में गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। देशभर में झमाझम मानसूनी बारिश (Heavy monsoon rains) हो रही है। नदियां उफान पर हैं और कम से कम 17 जगहों पर बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पश्चिमी हिमालयी राज्यों में तो बारिश कहर बनकर टूट रही है।
 
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सड़कों का बुरा हाल : झमाझम मानसूनी बारिश से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सड़कों का बुरा हाल है, पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं और ट्रांसफार्मर में खराबी से बिजली आपूर्ति भी बाधित है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड से लेकर ओडिशा और बंगाल से लेकर केरल तक 30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अगले 3-4 दिन भारी बारिश की संभावना जताई है।ALSO READ: देश में सामान्य से 9% ज्यादा बारिश, राजस्थान में 116 फीसदी अधिक
 
पूर्वी मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भारी वर्षा : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भारी वर्षा दर्ज की गई। कई जगहों पर 21 सेमी तक वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस दौरान पश्चिमी उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा में कुछ स्थानों पर 7-20 सेमी बारिश हुई, वहीं पश्चिमी राजस्थान, मिजोरम, असम, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा (7-11 सेमी) रिकॉर्ड की गई।ALSO READ: Weather Update: राजस्थान से बिहार तक भारी बारिश, इन राज्यों में IMD का अलर्ट
 
गंगा खतरे के निशान से ऊपर : केंद्रीय जल आयोग ने शुक्रवार को बताया कि विभिन्न राज्यों में 17 स्थानों पर बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बिहार और उत्तरप्रदेश में गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बिहार में पटना में गांधीघाट और हथिदह और पूर्वी उत्तरप्रदेश के बलिया में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। इसके अलावा बिहार के खगड़िया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर में कोसी, बागमती, पुनपुन और बुढ़ी गंडक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
 
बिहार, हिमाचल और जम्मू का मौसम : बिहार में पिछले 2 दिनों के दौरान बिजली गिरने से 34 लोगों की मौत हो गई है। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में 21 से 23 जुलाई तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। भारी बारिश के कारण प्रदेश में शुक्रवार शाम तक 250 सड़कें बंद रहीं, 81 बिजली ट्रांसफार्मर और 61 जल आपूर्ति योजनाएं भी रहीं। जम्मू के 8 जिलों में बादल फटने का खतरा मंडरा रहा है।
 
इन राज्यों में भारी वर्षा की संभावना : आईएमडी के अनुसार उत्तराखंड में 20 और 21 जुलाई को बहुत भारी बारिश होगी जिसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिन जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी बारिश की संभावना जताई है उनमें हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियामा, चंडीगड़, दिल्ली, मध्यप्रदेश शामिल हैं। इनके अलावा झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल, सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, गोवा और दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।ALSO READ: Weather Update: राजस्थान में भारी बारिश का दौर जारी, जानें देशभर का ताजा मौसम, IMD अलर्ट
 
हैदराबाद में भारी बारिश हुई, कई इलाकों में जलभराव : हैदराबाद से मिले समाचारों के अनुसार तेलंगाना के हैदराबाद में शुक्रवार को भारी बारिश हुई जिससे शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर जलभराव हो गया। हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति संरक्षण एजेंसी ने बताया कि उसके कर्मियों ने जलभराव से प्रभावित इलाकों के निवासियों को नावों की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
 
एजेंसी के आयुक्त एवी रंगनाथ ने बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी), पुलिस, शहर जल बोर्ड, विद्युत विभाग तथा अन्य एजेंसियों और विभागों को समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया।
 
उन्होंने हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति संरक्षण एजेंसी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) को बारिश से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए तैयार रहने को कहा। बारिश के कारण संतोष नगर, मदन्नापेट, सिकंदराबाद तथा शहर के अन्य इलाकों में यातायात बाधित हुआ।
 
देश में सामान्य से 9 प्रतिशत अधिक बारिश: भारत में इस मानसून ऋतु में अब तक सामान्य से 9 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है, लेकिन यह पूरे देश में समान रूप से नहीं हुई है। भारत मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार झारखंड, राजस्थान और लद्दाख जैसे कुछ राज्यों में सामान्य से कहीं अधिक बारिश हुई है। आंकड़ों के मुताबिक 1 जून से 16 जुलाई के बीच देश में 331.9 मिमी बारिश हुई, जो इस अवधि की सामान्य वर्षा 304.2 मिमी से लगभग 9 प्रतिशत अधिक है, लेकिन यह औसत बड़े पैमाने पर क्षेत्रीय विभिन्नता को इंगित नहीं करता।
 
आईएमडी के मुताबिक झारखंड में सामान्य से 71 प्रतिशत अधिक बारिश हुई, यहां सामान्यत: 348.9 मिमी बारिश होती है जबकि यहां अब तक 595.8 मिमी बारिश हुई है। राजस्थान में भी सामान्य से 116 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इस पश्चिमी राज्य में आमतौर पर इस अवधि में 125.6 मिमी बारिश होती है जबकि यहां 271.9 मिमी बारिश हुई है।
 
आंकड़ों के मुताबिक लद्दाख में आमतौर पर बहुत कम बारिश होती है। यह गत डेढ़ महीने में 15.8 मिमी बारिश हुई जबकि सामान्यत: 8 मिमी बारिश होती है। इस प्रकार केंद्र शासित प्रदेश में सामान्य से 97 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। आईएमडी ने इन तीनों को 'बहुत ज़्यादा' बारिश वाले क्षेत्रों की श्रेणी में रखा है।
 
5 अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 'अत्यधिक' वर्षा दर्ज की गई। हरियाणा, ओडिशा, मध्यप्रदेश, गुजरात और दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव में सामान्य से 20 से 59 प्रतिशत तक अधिक बारिश हुई है। उदाहरण के लिए मध्यप्रदेश में सामान्य 281.3 मिमी बारिश के मुकाबले 470.6 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 67 प्रतिशत अधिक है। गुजरात में 388 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 64 प्रतिशत अधिक है।ALSO READ: Weather Update: मानसून ने पकड़ी और भी रफ्तार, उत्तर से दक्षिण तक बारिश जारी, IMD का अलर्ट
 
आईएमडी के मुताबिक कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सामान्य वर्षा हुई है जिसका अभिप्राय है कि इन इलाकों में वर्षा सामान्य औसत से 19 प्रतिशत अधिक या कम रही। इनमें उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड, गोवा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।
 
आईएमडी ने बताया कि इस वर्षा ऋतु में असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तराखंड, कर्नाटक (विशेष रूप से शिवमोगा के कुछ हिस्से), पश्चिम बंगाल, गुजरात और हिमाचल प्रदेश ने बाढ़ का सामना किया या कर रहे हैं। आईएमडी द्वारा मई में जारी पूर्वानुमान में कहा गया था कि भारत में जून-सितंबर मानसून के मौसम में 87 सेंटीमीटर की दीर्घकालिक औसत (50 वर्ष का) वर्षा का 106 प्रतिशत होने की संभावना है। इस औसत के 96 से 104 प्रतिशत के बीच वर्षा को 'सामान्य' माना जाता है। मानसून भारत के कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, जो लगभग 42 प्रतिशत आबादी की आजीविका का आधार है तथा सकल घरेलू उत्पाद में 18.2 प्रतिशत का योगदान देता है।
 
चक्रवाती परिसंचरण पाकिस्तान के मध्य भागों पर : एक चक्रवाती परिसंचरण पाकिस्तान के मध्य भागों पर बना हुआ है। डिप्रेशन (गहरा दबाव क्षेत्र) दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश और उससे सटे पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश पर स्थित है। यह प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में दक्षिणी उत्तरप्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश की ओर बढ़ेगी। मानसून ट्रफ समुद्र तल पर अब बीकानेर, दतिया, डिप्रेशन का केंद्र, डेहरी, पुरुलिया, दीघा होते हुए पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों में 5.8 किमी ऊंचाई पर 70° पूर्व देशांतर और 30° उत्तर अक्षांश के उत्तर में एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तर आंतरिक कर्नाटक पर स्थित है।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और मराठवाड़ा में हल्की बारिश देखी गई।
 
आज शनिवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शनिवार, 19 जुलाई को मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, दक्षिण कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा के कुछ हिस्सों और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

झारखंड, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, पश्चिम राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिम बंगाल, झारखंड, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश की उम्मीद है।(एजेंसियां)(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
LIVE: प्रियंका गांधी ने कहा, विपक्ष को डराना नामुमकिन, कांग्रेस का हर कार्यकर्ता बघेल के साथ