भाजपा का टूटेगा सपना, नीतीश की चमकेगी किस्मत, RJD सबसे बड़ा दल!
Axis My India Exit Poll Bihar Elections: बिहार के ज्यादातर एग्जिट पोल में यूं तो एनडीए की सरकार बनती दिखाई दे रह है, लेकिन एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में अलग ही पेंच नजर आ रहा है। यह एग्जिट पोल भी सरकार तो एनडीए की ही बना रहा है, लेकिन इसके मुताबिक भाजपा का अपना मुख्यमंत्री बनाने का सपना टूटता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की किस्मत एक बार फिर जोर मार सकती है।
एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक एनडीए को बिहार में 121 से 141 सीटें मिल सकती हैं, जो कि बहुमत के लिए जरूरी सीटों से कुछ ज्यादा हो सकती हैं। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत रहेगी। इस पोल का आंकड़ा जिस तरह सामने आ रहा है कि उससे लगता है कि भाजपा बिहार में महाराष्ट्र नहीं दोहरा पाएगी।
दरअसल, इस पोल के मुताबिक भाजपा को पिछली बार के मुकाबले कम सीटें मिल सकती हैं। इस पोल के मुताबिक वोट प्रतिशत के मामले में भी दोनों गठबंधन को कोई बड़ा अंतर नहीं है। एनडीए को 43 प्रतिशत, जबकि महागठबंधन को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
भाजपा की घट सकती हैं सीटें : भाजपा को पिछले यानी 2020 के विधानसभा चुनाव में 74 सीटें मिली थीं, जबकि एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक इस बार भाजपा को 50 से 56 सीटें मिल सकती हैं, जबकि नीतीश कुमार के खाते में 56 से 62 सीटें मिल सकती हैं, जो कि उनके पिछले प्रदर्शन के मुकाबले ज्यादा हैं। पिछले चुनाव नीतीश की जदयू को 43 सीटें मिली थीं। एनडीए की सहयोगी चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी को 11 से 16 सीटें मिलने की संभावना बताई जा रही है, जबकि अन्य सहयोगी दलों को 4 से 7 सीटें मिल सकती हैं।
राजद हो सकता है सबसे बड़ा दल : दूसरी ओर, तेजस्वी यादव का राष्ट्रीय जनता दल एक बार फिर सबसे बड़े दल के रूप में उभर सकता है। हालांकि उसकी सीटें भी पिछली बार की तुलना में कम हो सकती हैं। इस सर्वे के मुताबिक राजद को 67 से 71 सीटें मिल सकती हैं, वहीं कांग्रेस को 17 से 21 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। महागठबंधन की सहयोगी पार्टी वीआईपी को 3 से 5 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि अन्य को 10 से 16 सीटें मिल सकती हैं।
इस पोल में जिस तरह का आंकड़ा सामने आ रहा है, उससे लगता है कि नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा के लिए 'मजबूरी' बन जाएंगे। ऐसे में किसी भी सूरत में भाजपा नीतीश को नाराज करना नहीं चाहेगी, क्योंकि भाजपा यदि उनको नाराज करती है तो वे महागठबंधन के सहयोग से भी सरकार बना सकते हैं। हालांकि मौके की नजाकत को समझते हुए भाजपा एक बार फिर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना सकती है। हालांकि एग्जिट पोल सिर्फ अटकलें हैं, हकीकत 14 नवंबर को ही सामने आएगी।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala