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Last Updated :नई दिल्ली , गुरुवार, 13 नवंबर 2025 (00:06 IST)

Delhi Blast : दिल्ली से लेकर कश्मीर तक छापेमारी, 100 लोगों से पूछताछ, दिल्ली ब्लास्ट का नया CCTV

New CCTV footage of Delhi blast
दिल्ली धमाके को लेकर केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। दिल्ली से लेकर कश्मीर तक ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। इस मामले में कई संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया गया है। फरीदाबाद पुलिस ने लाल कार बरामद कर ली है। मीडिया खबरों के मुताबिक  कश्मीर में 100 लोगों से पूछताछ की गई। इस बीच ब्लास्ट का नया सीसीटीवी सामने आया है।

केंद्र सरकार ने माना आतंकी हमला
केंद्र सरकार ने दिल्ली कार ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लाल किला के पास हुए आतंक हमले पर प्रस्ताव पारित किया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा- मंत्रिमंडल ने इस आतंकी घटना को 'राष्ट्र-विरोधी ताकतों ने अंजाम दिया गया जघन्य कृत्य' बताया। जांच एजेंसियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है।


अभी तक जांच में क्या आया सामने  
इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वायरल पोस्ट के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि आतंकी उमर काफी डर गया था और डरकर ही उसने ये धमाका किया। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि विस्फोटकों से लदी कार चला रहे डॉ. उमर नबी ने 6  दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मौके पर यहां हमला करने की योजना बनाई थी। सोमवार शाम को हुए विस्फोट की जांच में शामिल अधिकारियों ने कहा कि उमर और एक अन्य प्रमुख संदिग्ध डॉ. मुजम्मिल गनई ने 2021 में तुर्किये की अपनी यात्रा के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ से मुलाकात की थी।
केंद्र सरकार दिल्ली ब्लास्ट को माना आतंकी घटना
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के नजदीक हुए कार विस्फोट को बुधवार को एक ‘‘जघन्य आतंकवादी घटना’’ करार दिया। सरकार ने इसी के साथ जांच एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे इस मामले की ‘‘अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके’’ से जांच करें ताकि इसके पीछे के लोगों और उनके प्रायोजकों को बिना किसी देरी के न्याय के शिकंजे में लाया जा सके। भूटान से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई गई। लाल किले के बाहर विस्फोटक से लदी एक कार में हुए धमाके के दो दिन बाद हो हुई। इस धमाके में 12 लोग मारे गए थे।
 
मृतकों के लिए 2 मिनट का मौन
मंत्रिमंडल की बैठक में आतंकवादी घटना में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। मंत्रिमंडल ने इस नृशंस कृत्य की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव भी पारित किया तथा घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया।
अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा 
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10 नवंबर 2025 की शाम को दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार विस्फोट से जुड़ी आतंकवादी घटना में जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया। प्रस्ताव में कहा गया है कि देश ने एक ‘‘घृणित आतंकवादी घटना’’ देखी है, जिसे राष्ट्र विरोधी ताकतों ने लाल किले के निकट कार विस्फोट के माध्यम से अंजाम दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
प्रस्ताव में क्या कहा गया 
इसमें कहा गया कि मंत्रिमंडल, हिंसा के इस मूर्खतापूर्ण कृत्य के पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।  प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘मंत्रिमंडल इस नृशंस और कायराना कृत्य की कड़ी निंदा करता है, जिसके कारण निर्दोष लोगों की जान गई। मंत्रिमंडल आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति कतई बरर्दाश्त नहीं की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराता है।’’
क्या माना जाना चाहिए एक्ट ऑफ वॉर 
यह पूछे जाने पर कि क्या इस घटना को ‘युद्ध’ की कार्रवाई माना जाना चाहिए,तो वैष्णव ने कहा कि उन्होंने मंत्रिमंडल द्वारा पारित प्रस्ताव पढ़ा है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की बैठक की भी अध्यक्षता की जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे। Edited by : Sudhir Sharma
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