कौन हैं भाजपा नेता टी राजा सिंह, जिन्हें नहीं चाहिए मुसलमानों के वोट
Telangana news : तेलंगाना में गोशामहल सीट से भाजपा उम्मीदवार टी राजा सिंह ने मतदान से पहले साफ कहा कि उन्हें मुसलमानों का वोट नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो लोग गाय काटेंगे, उनका हाथ तोड़ दूंगा। गाय काटने वाले हमारे दुश्मन है। देशभर में हिंदू आबादी के साथ भेदभाव हो रहा है, जिसे वह कभी नहीं सहेंगे।
2018 चुनाव में भी उन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की थी। टी राजा सिंह अकसर अपने विवादास्पद बयानों से चर्चा में रहते हैं। अगस्त 2022 में भाजपा ने टी राजा सिंह को उनके विवादित बयानों की वजह से निलंबित कर दिया था। हाल ही में उनका निलंबन रद्द पर पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था।
कौन हैं टी राजा : दरअसल, टी राजा का जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद के धूलपेट में एक लोध परिवार में हुआ था। धूलपेट अवैध शराब और नशीली दवाओं की तस्करी का केंद्र माना जाता है। धूलपेट के लोध खुद को राजपूतों का वंशज बताते हैं। टी राजा इसी इलाके से आते हैं।
टी राजा सिंह ने शुरुआत में अपने घर के बाहर ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचने की एक दुकान चलाई। बाद में इसे बंद करके इलेक्ट्रिक वायरिंग का बिजनेस शुरू कर दिया। उनके परिवार में कोई राजनीति बैकग्राउंड नहीं रहा है। कहा जाता है कि उनके पूर्वज देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे। बाद में टी राजा ने भी अपने पारिवारिक कारोबार को जारी रखा।
टी राजा सिंह की राजनीति
टी राजा सिंह पहले तेलुगू देशम पार्टी के सदस्य रहे हैं। इस बीच उनका संबंध बजरंग दल से भी बताया जाता है। वे बाद में भाजपा में शामिल हो गए और विधायक बने। वे 2014 और 2018 में भी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं।
राजा का अपराधों से पुराना नाता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टी राजा का विवादों से पुराना कनेक्शन रहा है। रिपोर्ट बताती है कि उन पर अब तक 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। 2018 में टी राजा की ओर से दाखिल चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके खिलाफ 43 आपराधिक मामले हैं। इनमें से 16 में चार्जशीट फाइल हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना के बाद चुनाव परिणामों का ऐलान 3 दिसंबर को होगा।