शर्मनाक, मरीज के कटे पैर को बना दिया तकिया
लखनऊ। झांसी मेडिकल कॉलेज में एक बेहद शर्मनाक घटनाक्रम में एक मरीज को स्ट्रेचर पर लाते समय उसके कटे पैर को सिर के नीचे दख दिया गया था। सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होते ही बवाल मच गया। इस मामले में दो डाक्टरों समेत चार लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि झांसी में शुक्रवार को स्कूल बस के पलटने से छह बच्चे और बस क्लीनर घायल हो गए थे। हादसे में बस क्लीनर घनश्याम का पैर कट गया था और स्टेचर पर लाते समय उसके कटे पैर को सिर के नीचे दख दिया गया था।
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के निर्देश पर झांसी मेडिकल कॉलेज में एक युवक के कटे पैर के प्रति डॉक्टरों तथा नर्सों की लापरवाही की घटना को गंभीरता से लेते हुए दो चिकित्सकों सहित चार कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर (ऑर्थोपेडिक्स) डॉ. प्रवीण सरावगी के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि निलंबित होने वालों में एक सीनियर रेजीडेण्ट (ऑर्थोपेडिक्स) डॉ. आलोक अग्रवाल, ईएमओ डॉ. महेन्द्र पाल सिंह, सिस्टर इंचार्ज सुश्री दीपा नारंग तथा सुश्री शशि श्रीवास्तव शामिल है।