रीवा। मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रारंभ किए गए निरोगी काया अभियान में रीवा संभाग 75 प्रतिशत उपलब्धि के साथ पहले स्थान पर रहा। इंदौर संभाग 70 प्रतिशत उपलब्धि के साथ दूसरे और भोपाल संभाग 69 प्रतिशत उपलब्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा। रीवा संभाग को प्रथम स्थान पर लाने में कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
संभाग में स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों-कर्मचारियों एवं आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता कम होने के बावजूद चुनौतीपूर्ण, विपरीत और विषम परिस्थितियों में यह उपलब्धि हासिल की गई है। गौरतलब है कि निरोगी काया अभियान के तहत ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैंसर, हृदय रोग जैसी बीमारियों की जांच कर नि:शुल्क दवाएं और उपचार उपलब्ध कराया गया।
अभियान के तहत 30 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और बीमार व्यक्तियों का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला चिकित्सालय में उपचार कर नि:शुल्क दवाएं प्रदान की गईं। रीवा संभाग में निरोगी काया अभियान का शुभारंभ कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव द्वारा सतना जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र माधवगढ़ से किया गया।
कमिश्नर डॉ. भार्गव के ऊर्जावान नेतृत्व में अभियान की सफलता के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाई गई। उन्होंने मैदानी अधिकारियों के साथ अभियान की सतत मॉनीटरिंग की। जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर अधिकारियों-कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश देने के साथ ही प्रेरित और प्रोत्साहित किया।
अभियान की सफलता के लिए निरंतर सतर्कता एवं जागरूकता कार्यक्रम तथा रैलियां आयोजित की गई। स्वास्थ्य केन्द्रों में वेलनेस आधारित गतिविधयां आयोजित की गईं। इसके तहत लोगों को योग, दौड़, लॉफिंग क्लब एवं साइकिलिंग क्लब आदि में शामिल किया गया ताकि वह स्वस्थ और रोगमुक्त जीवनयापन कर सकें। एनसीडी एप में स्क्रीनिंग की दैनिक रिपोर्टिंग की गई।
कमिश्नर डॉ. भार्गव द्वारा अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु संभाग के सभी जिलों के संबंधित विभागीय अधिकारियों से सतत फीडबैक लिया गया। संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अभियान की सफलता के लिए लगातार दिशा-निर्देश कमिश्नर द्वारा दिए गए। जिसके परिणामस्वरूप संभाग को यह उपलब्धि प्राप्त हुई है।
डॉ. भार्गव ने इस उपलब्धि के लिए संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के समस्त अधिकारियों, जिला एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा जिन्होंने भी इस अभियान को कामयाब बनाने में अपना सक्रिय योगदान दिया उन्हें हृदय से बधाई दी है। निरोगी काया अभियान में उप संचालक स्वास्थ्य डॉ. एनपी पाठक और यूनिसेफ के संयोजक दीपक पाण्डेय का विशेष योगदान रहा।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए उचित खान-पान और शारीरिक व्यायाम आवश्यक - कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. भार्गव ने अपने संदेश में कहा है कि संसार में सबसे बड़ी दौलत हमारा स्वास्थ्य ही है। स्वास्थ्य के बिना सब कुछ अधूरा है। बीमार होने पर हम कोई भी काम अच्छे ढंग से नहीं कर सकेंगे। इसलिए अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए इस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपना आचार-विचार और आहार-विहार अच्छा रखना जरूरी है। अपना स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए शुद्ध भोजन, साफ-सफाई, शारीरिक व्यायाम आदि पर ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए हंसना भी बहुत जरूरी है। हंसने से शरीर में बीमारियां फैलने का भी खतरा नहीं रहता है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बताया कि बीमारियां दो तरह की होती है। एक वह हैं जो संक्रमण के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाती हैं, इन्हें छूत की बीमारी कहा जाता है। ऐसी बीमारियां गंदा पानी पीने, बासी भोजन करने, खुले में शौच जाने एवं साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने के कारण होती हैं।
वहीं दूसरी बीमारी वह है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं पहुंचती हैं। ऐसी बीमारियों में मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर आदि शामिल हैं। यह बीमारियां धीरे-धीरे शरीर में फैलती हैं, इसलिए अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहकर बीमारियां न हों इसके लिए प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि समय पर खाना, समय पर सोना, उठना और व्यायाम करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरेक्स, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तम्बाकू नशीले पदार्थों आदि से हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, इसलिए इन नशीले पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। स्वास्थ्य के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। खुले में शौच जाने से बचें। स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने के लिए आसपास के वातावरण को भी साफ-सुथरा रखें।