Gujarat Poisonous Liquor Case: 2 पुलिस अधीक्षकों का तबादला, 6 अधिकारी निलंबित
अहमदाबाद। जहरीली शराब कांड के बाद गुजरात सरकार हरकत में आई और तेज कदम उठाए। इसके अंतर्गत गुजरात के गृह विभाग ने बोटाद और अहमदाबाद जिलों के पुलिस अधीक्षकों का गुरुवार को तबादला कर दिया और 6 अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि जहरीली शराब पीने के कारण 42 लोगों की मौत होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बोटाद जिले में विभिन्न गांवों के कुछ शराब तस्करों ने पानी के साथ मिथाइल एल्कोहल या मिथेनॉल मिलाकर जहरीली शराब बनाई। ये अत्यधिक जहरीले औद्योगिक रसायन (सॉल्वेंट) हैं। उन्होंने यह शराब प्रति पाउच 20 रुपए की दर से ग्रामीणों को बेची। पुलिस ने बताया कि फॉरेंसिक विश्लेषण से पता चला कि पीड़ितों ने मिथाइल एल्कोहल पी थी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजकुमार ने कहा कि हमने बोटाद के पुलिस अधीक्षक करणराज वाघेला और अहमदाबाद के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव का तबादला कर दिया है। 2 पुलिस उपाधीक्षकों, एक सर्कल पुलिस निरीक्षक, एक पुलिस निरीक्षक और 2 सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबित किए गए पुलिस अधिकारियों में अहमदाबाद के ढोलका मंडल के पुलिस उपाधीक्षक एनवी पटेल, बोटाद के पुलिस उपाधीक्षक एसके त्रिवेदी, अहमदाबाद के धांधुका पुलिस थाने के निरीक्षक केपी जडेजा, धांधुका मंडल के सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर एसबी चौधरी और बोटाद के सब इंस्पेक्टर बीजी वाला और शैलेंद्रसिंह राणा शामिल हैं।
राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी निलंबन पत्र में कहा गया है कि इन अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित किया गया है, क्योंकि ये अपने-अपने इलाकों में जहरीले रसायन वाली शराब के परिवहन, बिक्री आदि को रोकने में नाकाम रहे।
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को कहा था कि 25 जुलाई को बोटाद में जहरीली शराब पीने के बाद बोटाद और पड़ोसी अहमदाबाद जिले में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद में कम से कम 97 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।(भाषा)