उत्तराखंड : धारचूला में बादल फटने से मलबे में दबे 5 शव हुए बरामद
पिथौरागढ़। जनपद के धारचूला में बादल फटने से दुखद हादसे में धारचूला तहसील से 12 किमी दूर जुम्मा गांव में भारी नुकसान हुआ है। अभी तक 5 शव बरामद हुए हैं। कई लोग अपने घरों समेत बह गए हैं। पुलिस प्रशासन एसडीआरएफ की टीमें युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं। लापता लोगों की खोजबीन के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
जुम्मा गांव के जामुनी तोक में अभी तक पांच शव बरामद हुए हैं। कई घर जमींदोज हो चुके हैं तथा 5 लोग और लापता बताए जा रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. आशीष चौहान से फोन पर बात कर गत रात्रि जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला के ग्राम जुम्मा में भारी वर्षा से हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू अभियान और तेज करने के निर्देश दिए हैं।
जुम्मा गांव के जामुनी तोक में 5 और सिरौउड़यार तोक में 2 आवासीय भवन भी जमींदोज होने से इसके मलबे में 3 बच्चियां और 4 महिलाएं दबी बताई जा रही हैं। इनमें से 5 के शव बरामद कर लिए गए हैं, तीनों बच्चियां जिनके शव मिले उनमें संजना, रेनू और शिवानी शामिल हैं, जो तीनों जुम्मा गांव निवासी जोगा सिंह की बेटियां हैं।
दो अन्य महिलाओं के शव भी बरामद किए गए हैं, अन्य दो महिलाओं की तलाश में स्थानीय लोगों के साथ ही एसएसबी के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है।जुम्मा गांव से दो घायलों को हेलीकॉप्टर के जरिए धारचूला अस्पताल लाया गया है। इन लोगों ने आपदा के समय भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई।
चौथे बरामद शव की शिनाख्त सुनीता पत्नी दीपक सिंह निवासी तोक जामुनी के रूप में हुई है, जबकि पांचवें शव की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।संचार व्यवस्था ठप हो जाने के कारण एसडीआरएफ के जवान सैटेलाइट फोन से सूचनाएं अपने मुख्यालय में भेज रहे हैं।