क्यों आई लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ की दोस्ती में दरार, क्या होने वाला है गैंगवार, लीक Audio में कितनी सचाई
Lawrence Bishnoi vs Goldy Brar : क्या गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसका राइड हैंड गोल्डी बराड़ अलग हो चुके हैं। क्या दोनों में बड़ी गैंगवॉर होने वाली है। दोनों नए शूटर्स की भर्ती क्यों कर रहे हैं। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के वायरल ओडियो की सचाई क्या है। दोनों बचपन के दोस्त हैं, लेकिन अब दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। ऐसे कई सवाल सामने है। एक समय था जब लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ एक ही गैंग का हिस्सा थे। सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस से लेकर कई हाइप्रोफाइल हत्याएं को दोनों ने मिलकर अंजाम दिया था। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान भी लॉरेंस के निशाने पर हैं।
नए शूटर्स की भर्ती, नई प्लानिंग
मीडिया में आ रही खबरों में जांच एजेसिंयों के सूत्रों ने बताया कि अब दोनों ही गैंग अपने-अपने नए शूटर्स की भर्ती में जुट गई है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में इन गैंगों की हलचल तेज हो गई है। इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक लॉरेंस और गोल्डी अब अलग-अलग गैंग ऑपरेट कर रहे हैं। यही कारण है कि दोनों ने अपने-अपने खेमे के लिए नए शूटरों की भर्ती शुरू कर दी है।
मीडिया खबरों के अनुसार लॉरेंस गैंग पंजाब के ग्रामीण इलाकों और हरियाणा के अपराधी बैकग्राउंड वाले युवाओं को बहका रहा है, वहीं गोल्डी कनाडा से वर्चुअल इंटरव्यू के जरिए चुनिंदा लड़कों को शामिल कर रहा है। वफादारी, मोबाइल की लोकेशन छिपाने की ट्रेनिंग और सोशल मीडिया इस्तेमाल पर पाबंदी जैसी शर्तें भर्ती के लिए रखी गई है। मीडिया खबरों के अनुसार दिल्ली की तिहाड़ जेल, पंजाब की बठिंडा जेल और विदेश से चल रहे वर्चुअल नेटवर्क अब फिर से एक्टिव हो चुके हैं। कई गैंगस्टरों को बाहर निकालकर सुपारी किलिंग की प्लानिंग की जा रही है।
साबरमती जेल में है लॉरेंस
लॉरेंस गृह मंत्रालय के आदेश के कारण 2 साल से साबरमती जेल में है। दूसरे राज्यों की पुलिस भी उसका प्रोडक्शन रिमांड में नहीं ले सकती है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों की अदालतों में चल रहे केसों की सुनवाई में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होती है। गुजरात पुलिस इसे करोड़ों रुपए की ड्रग तस्करी के केस में पंजाब के बठिंडा की जेल से 23 अगस्त 2023 को प्रोडक्शन रिमांड पर ले गई थी। इसके बाद से ही वह साबरमती जेल में है। इसकी अवधि अगस्त में खत्म हो रही है।
क्या है दरार की असल वजह
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित ऑडियो के मुताबिक बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई से जुड़े एक मामले को लेकर दोनों के बीच तनाव बढ़ रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक अनमोल की कानूनी स्थिति को गलत तरीके से संभालने के कारण बिश्नोई बरार और अजरबैजान के गैंगस्टर रोहित गोदारा दोनों से नाराज हो गया था। इस टकराव के कारण बिश्नोई और बरार के बीच संबंध पूरी तरह से टूट गए। ऑडियो मैसेज में कथित तौर पर बरार और गोदारा शामिल हैं। इसमें राजस्थान के श्रीगंगानगर के एक रियल एस्टेट व्यवसायी आशीष गुप्ता पर हाल ही में हुए हमले की जिम्मेदारी ली गई है। बताया जा रहा है कि बोलने वाला व्यक्ति गोल्डी बराड है। उसने अनमोल के साथ किसी भी तरह के मौजूदा संबंध से इनकार किया है और गुप्ता पर हमले को सही ठहराया है।
पैर में मारनी थी गोली
गोल्डी ऑडियो में कहता है कि अब अनमोल बिश्नोई से हमारा कोई संबंध नहीं है और हमने अपने सभी भाइयों को यह स्पष्ट कर दिया है। उसे मारना नहीं था, केवल सबक सिखाना था, इसलिए उसके पैर में गोली मारी गई। अगर वह समझ गया है, तो अच्छा है। अगर नहीं, तो अगली बार उसके सिर में गोली मारी जाएगी।"
अनमोल को कथित तौर पर पिछले साल नवंबर में अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया, आयोवा जेल में रखा गया बरार और गोदारा ने सार्वजनिक रूप से उस सोशल मीडिया पोस्ट का खंडन किया है, जिसमें गुप्ता हमले का श्रेय अनमोल बिश्नोई को दिया गया था।
अनमोल कई हाई-प्रोफाइल अपराधों के सिलसिले में वांछित है, जिसमें पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की घटना और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की कथित हत्या शामिल है।
क्या है ऑडियो के पीछे की रणीनीति
2 मिनट 40 सेकंड का एक ऑडियो सामने आया है। इसमें गोल्डी ने अमेरिका में रह रहे अनमोल बिश्नोई से जुदा होने का दावा है किया है। गोल्डी और रोहित गोदारा विदेश से लॉरेंस सिंडिकेट को ऑपरेट कर रहे हैं। अनमोल गुजरात की साबरमती जेल में बंद खूंखार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है। मीडिया खबरों के मुताबिक गोल्डी का यह ऑडियो सोची-समझी रणनीति के तहत वायरल किया गया है। इससे ये मैसेज लॉरेंस शांत हो चुका है, जिससे उस पर आगे कोई केस ना हो और जेल के भीतर उस पर कसे शिकंजे को ढीला करवाया जा सके। Edited by : Sudhir Sharma