SIR का समर्थन कर रहे हैं राहुल गांधी, वोट चोरी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने दागा सवाल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हरियाणा में मतदाता सूची को लेकर लगाए गए आरोप पर चुनाव आयोग ने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं, क्योंकि प्रदेश में न तो उनकी पार्टी के बूथ एजेंट की ओर से मतदाता सूची के खिलाफ कोई अपील दायर की गई और न ही एक से अधिक मतदान की शिकायत की गई थी। चुनाव आयोग ने पूछा कि क्या राहुल गांधी एसआईआर का समर्थन कर रहे हैं?
राहुल गांधी ने कैसे अनुमान लगाया कि इन लोगों ने भाजपा को वोट दिया? राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि मतदाता सूची में 25 लाख प्रविष्टियां फर्जी थीं और पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव चोरी हुआ था।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और निर्वाचन आयोग द्वारा भारतीय लोकतंत्र की हत्या करने के लिए वोट चोरी की जो व्यवस्था विकसित की गई है, उसका उपयोग बिहार विधानसभा चुनाव में भी किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने बताया कि बीएलओ द्वारा मकान संख्या शून्य वहां दी जाती है, जहाँ नगरपालिकाओं/पंचायतों द्वारा कोई मकान संख्या आवंटित नहीं की गई है। चुनाव आयोग ने पूछा है कि यदि पवन खेड़ा के नाम दो राज्यों में हैं, तो क्या राहुल गांधी के तर्क से वह भी दोहरी वोटिंग कर रहे हैं?
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने यह भी सवाल उठाया कि कांग्रेस के बूथ एजेंट ने अक्टूबर, 2024 में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों में कई बार वोट डालने वाले मतदाताओं को चिह्नित क्यों नहीं किया।
राज्यों में मतदाता सूची को दुरुस्त करने के चुनाव आयोग के प्रयासों का उल्लेख करते हुए, अधिकारियों ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का समर्थन कर रहे हैं, जिसमें नागरिकता सत्यापन के साथ-साथ डुप्लिकेट, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाते हैं। एक अधिकारी ने कहा कि कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान केंद्रों पर क्या कर रहे थे? उन्हें आपत्ति तभी करनी चाहिए जब मतदाता पहले ही मतदान कर चुका हो या यदि पोलिंग एजेंटों को मतदाता की पहचान पर संदेह हो। Edited by : Sudhir Sharma