CM आतिशी की प्रोफाइल, कालकाजी में करना है धाकड़ उम्मीदवारों का सामना
आतिशी को आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का भरोसेमंद माना जाता है। पिछले साल शराब घोटाले में नाम आने पर केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली कुर्सी दे दी। केजरीवाल के जेल जाने पर भी उन्होंने ही पार्टी का नेतृत्व किया। आतिशी भी त्रिकोणीय मुकाबले में फंस
Atishis hindi profile Delhi assembly elections 2025 : मुख्यमंत्री आतिशी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कालकाजी से चुनाव मैदान में हैं। आतिशी को आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल का भरोसेमंद माना जाता है। पिछले साल शराब घोटाले में नाम आने पर केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली कुर्सी दे दी। केजरीवाल के जेल जाने पर भी उन्होंने ही पार्टी का नेतृत्व किया। आतिशी भी त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हुई हैं।
मुख्यमंत्री और कालकाजी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी ने चुनाव लड़ने के लिए आर्थिक मदद मांगी है। इसके चलते उन्होंने एक कैंपेन की शुरुआत भी की है। सीएम आतिशी आम आदमी पार्टी (AAP) की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की सदस्य भी हैं।
वर्तमान में आतिशी केजरीवाल सरकार में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाल रही हैं।विवादित बयान देने वाले रमेश बिधूड़ी भाजपा से तो कांग्रेस से अलका लांबा उन्हें टक्कर दे रही हैं। 2015 में उन्होंने आप नेता की ओर से मध्यप्रदेश में चलाए गए जल सत्याग्रह में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया।
सरनेम को लेकर विवाद : आतिशी का जन्म 8 जून, 1981 को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दंपति विजय और तृप्ती सिंह के यहां हुआ था। उनको पूर्व में आतिशी मार्लेना के नाम से जाना जाता था, जिसके बार में कहा जाता है कि यह नाम मार्क्स और लेनिन से अक्षरों को निकालकर जोड़ा गया था। हालांकि बाद में आतिशी द्वारा अपने नाम में से इस उपनाम को हटा दिया गया, क्योंकि इससे उनके ईसाई होने का भ्रम होता था। रमेश बिधूड़ी ने भी उनके सरनेम को लेकर बयान दिया था।
राजनीतिक करियर : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 उन्होंने दक्षिण दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से लड़ा और भाजपा उम्मीदवार धर्मबीर सिंह को 11422 वोटों से हराकर विधायक बनीं। इसके बाद उन्हें गोवा में AAP का प्रभारी बनाया गया। दिल्ली शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे और करप्शन केस में फंसे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद उन्हें और सौरभ भारद्वाज को कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
लोकसभा चुनाव 2019 में उन्हें पूर्वी दिल्ली की लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाया गया। उन्होंने इस सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर ने उन्हें 4.77 लाख वोटों से हरा दिया। 2019 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी पार्टी ने उनपर भरोसा जताया और 2020 में विधानसभा चुनाव में कालकाजी से उतारा। यहां उन्होंने बीजेपी नेता को 11 हजार से अधिक मतों के साथ हराया और विधानसभा में अपनी सीट पक्की की।
जन्म और शिक्षा : आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था। आतिशी का प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के पूसा रोड स्थित स्प्रिंगडेल्स स्कूल से हुई। 2001 में उन्होंने डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी चली गईं। विदेश से पढ़ाई करने के बाद वह भारत लौटी यहां लौटने के बाद उन्होंने आंध्रप्रदेश के एक ऋषी वैली स्कूल में काम किया। साथ ही वे एक गैर सरकारी संगठन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी के साथ भी जुड़ी रहीं।