लखनऊ। उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पुलिस में सिपाहियों की भर्ती करने जा रही है। प्रदेश में 51 हजार 216 (पुलिस और पीएसी), 3,638 बंदीरक्षक तथा 1,924 फायरमैन भर्ती होंगे। यह प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू होगी। इसके अतिरिक्त करीब 42 हजार पुलिसकर्मियों की परीक्षा, जो कि जून में हुई थी, की पुन: परीक्षा 25 और 26 अक्टूबर को की जाएगी।
गौरतलब है कि वर्तमान समय में पुलिस विभाग में लगभग 42 प्रतिशत रिक्तियां पुलिस आरक्षी स्तर पर, 50 प्रतिशत रिक्तियां जेल वार्डन स्तर पर तथा 38 प्रतिशत रिक्तियां फायरमैन स्तर पर चल रही हैं।
पुलिस विभाग में सिविल पुलिस एवं पीएसी में कुल स्वीकृत 2 लाख 29 हजार से अधिक पदों में से 97 हजार से अधिक पद वर्तमान समय में रिक्त चल रहे हैं। अब पहले से चल रही भर्ती और इस नई भर्ती से अगले वर्ष तक पुलिस विभाग में जो करीब 97 हजार पुलिसकर्मियों की कमी थी, वह पूरी होने की संभावना है।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने गुरुवार को बताया कि 51 हजार 216 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी जिसमें सिविल और पीएसी दोनों जवान शामिल होंगे। इसके अंतर्गत 32 हजार पदों पर सिविल पुलिस के आरक्षियों तथा 19,216 पदों पर पीएसी के आरक्षियों की नई भर्ती की जाएगी। इस पद के लिए 1 से 30 नवंबर तक फॉर्म भरे जाएंगे। इसकी परीक्षा 4 और 5 जनवरी 2019 को हो सकती है तथा परीक्षा का परिणाम जून 2019 के तीसरे सप्ताह में आ सकता है। सिविल कांस्टेबल में महिलाओं के लिए 20 फीसदी पद आरक्षित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में अग्निशमन विभाग में अग्निशमन अधिकारी के कुल स्वीकृत 5 हजार से अधिक पदों में से 1,924 पद रिक्त चल रहे हैं। इन पदों को भरने के लिए 5 नवंबर से 4 दिसंबर तक आवेदन किया जा सकता है। इसकी परीक्षा की संभावित तिथि 10 जनवरी 2019 तथा परीक्षा का परिणाम जुलाई 2019 में आ सकता है।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कारागार प्रशासन को भी और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुरुष बंदीरक्षकों के कुल स्वीकृत 6,490 पदों में से वर्तमान समय में केवल 3,514 तथा महिला बंदीरक्षकों के कुल स्वीकृत 721 पदों में से 96 पद ही भरे होने के कारण कारागार प्रशासन विभाग को भी जनशक्ति की कमी का सामना करना पड़ रहा है। शासन द्वारा कुल 3,638 बंदीरक्षकों की शीघ्र ही नई भर्ती करनें के निर्देश दिए गए हैं जिसमें 3,012 पद पुरुष तथा 626 पद महिला बंदीरक्षकों के हैं।
कुमार ने बताया कि इन सभी पदों पर निर्धारित आरक्षण लागू होगा। सिविल कांस्टेबल में महिलाओं के लिए 20 फीसदी पद आरक्षित रहेंगे। प्रमुख सचिव ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में सिर्फ लिखित परीक्षा होगी तथा इंटरव्यू नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जाएगी। इस बड़ी परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस बल भी तैनात किए जाएंगे। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए एसटीएफ भी भर्ती परीक्षा पर नजर रखेगी।
कुमार ने बताया कि वर्तमान समय में 29 हजार से अधिक पुलिसकर्मी विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जिनमें 20,134 पुरुष आरक्षी, 5,341 महिला आरक्षी एवं 3,828 पीएसी के आरक्षी हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस वर्ष जून माह में करीब 42 हजार सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है जिसमें कुछ गड़बड़ी की शिकायत के बाद इनकी पुन: परीक्षा 25 और 26 अक्टूबर को की जाएगी। इस परीक्षा में करीब 9 लाख 75 हजार परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे।
अरविंद कुमार ने बताया कि पुलिस बल में सिपाहियों की कमी को शीघ्र पूरा करने के मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में 51,216 पुलिस आरक्षियों की शीघ्र ही नई भर्ती का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। इसके अंतर्गत 32 हजार पदों पर सिविल पुलिस के आरक्षियों तथा 19 हजार 216 पदों पर पीएसी के आरक्षियों की नई भर्ती की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सिविल पुलिस के आरक्षी पदों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के उद्देश्य से उनके लिए 20 प्रतिशत पद सुरक्षित होंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि शासन द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि पिछली बार हुई अंतिम पुलिस भर्ती के दौरान पात्र ऐसे अभ्यर्थी जिनकी आयु सीमा अब वर्तमान में होने वाली नई भर्ती के आवेदन के दौरान निकल गई है, उन्हें भी आयुसीमा में छूट प्रदान कर मौका दिया जाएगा। (भाषा)