Smriti Irani on Rahul Gandhi: केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि अमेठी छोड़कर जब वो दक्षिण भारत गए तो वहां से उन्होंने अमेठी की जनता, अमेठी का अपमान किया।
इस दौरान राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने के सवाल पर स्मृति ने कहा कि लोकतंत्र में किसी को भी कहीं से भी चुनाव लड़ने का अधिकार है। वह (राहुल गांधी) अपनी पार्टी के मालिक हैं, लेकिन मैं अपनी पार्टी की एक साधारण-सी कार्यकर्ता हूं।
उन्होंने कहा कि लेकिन अमेठी छोड़कर जब वो दक्षिण भारत गए तो वहां से उन्होंने अमेठी की जनता का अपमान किया, अमेठी का अपमान किया। अमेठी उसे भूली नहीं है। राहुल की तरह दो जगह से चुनाव लड़ने के सवाल पर स्मृति ने कहा कि भागने की प्रथा उनके यहां है, मेरे यहां नहीं।
अमेठी से पीढ़ियों का रिश्ता : उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी का अमेठी से रिश्ता राजनीतिक नहीं बल्कि पीढ़ियों का है और उन्हें विश्वास है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अमेठी के लोग भारी अंतर से राहुल की जीत सुनिश्चित करेंगे। अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद राय ने कहा था कि अमेठी की जनता चाहती है कि राहुल गांधी अमेठी से ही चुनाव लड़ें।
ईरानी ने कहा कि वह कभी भी अमेठी में अकेले चुनाव नहीं लड़ पाए हैं, अमेठी में साइकिल पर बैठकर सड़कों पर घूमा करते थे, फिर भी इनको तीन-तीन लोगों का समर्थन होता था और एक तरफ हम अकेले होते थे।
इसके पहले समारोह को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने गांधी-नेहरू परिवार का नाम लिए बिना तीखा हमला करते हुए कहा कि एक कुल के राजनीतिक परिवार को यहां के लोगों ने लंबे समय तक महिमा मंडित किया, संसद भेजा पर उन्होंने यहां के विषय में नहीं सोचा।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि लंबे समय तक इस परिवार का व्यक्ति अमेठी में कांग्रेस का सांसद रहा और माताजी की सरकार रही, लेकिन अमेठी में मेडिकल कॉलेज बाईपास ट्रामा सेंटर सिटी स्कैन और डायग्नोस्टिक सेंटर की स्थापना तब हुई, जब केंद्र में नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी।
स्मृति ने कहा कि अमेठी ने उस वक्त को देखा है जब गरीबों को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता था, उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों को मदद पहुंचाने में हमने कहीं भी राजनीति नहीं की। कई कांग्रेस के लोगों से भी मैंने कहा कि आपको कोई दिक्कत होती है आप मुझे बताइएगा इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए।
राहुल गांधी अमेठी से लड़ें चुनाव : कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि अमेठी के लोग 2019 की अपनी गलती सुधारना चाहते हैं और पार्टी कार्यकर्ता व नेता यह मांग कर रहे हैं कि राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव इस संसदीय सीट से लड़ें।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 का आम चुनाव उत्तर प्रदेश में अमेठी और केरल की वायनाड सीट से लड़ा था। वह अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे। राहुल ने 2004, 2009 और 2014 में अमेठी सीट पर जीत दर्ज की थी और इसे कांग्रेस का एक गढ़ माना जाता था। सोनिया गांधी ने 1999 में अमेठी सीट से चुनाव जीता था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी लोकसभा में इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।
राय ने कहा कि 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बनाए गए कांग्रेस-सपा गठजोड़ की तुलना 2024 के चुनावों के लिए बनाए गए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया से नहीं की जानी चाहिए। कांग्रेस ने 403 सदस्यीय उप्र विधानसभा के लिए 2017 में हुए चुनाव में सात और सपा ने 47 सीट पर जीत दर्ज की थी। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस ने केवल दो सीट पर जीत दर्ज की। संसद के 543 सदस्यीय निचले सदन में 80 सांसद भेजने वाले राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य से वर्तमान में लोकसभा में पार्टी की केवल एक सदस्य (रायबरेली से सोनिया गांधी) हैं।
गांवों में स्मृति की चौपाल : केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बृहस्पतिवार को अमेठी के भावलपुर, बहादुरपुर और गोसाईगंज में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को इन समस्याओं का जल्द समाधान करने का निर्देश दिया। अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर आईं ईरानी के सामने रखी गईं ज्यादातर समस्याएं सड़क, चिकित्सा और राजस्व से संबंधित थीं। ईरानी ने ट्रामा सेंटर जगदीशपुर में सिटी स्कैन एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का शुक्रवार को उद्घाटन किया। (एजेंसी/वेबदुनिया)