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Last Modified: नई दिल्ली , रविवार, 5 अक्टूबर 2025 (15:10 IST)

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर SC में होगी सुनवाई, जोधपुर जेल से आई यह भावुक अपील

Sonam Wangchuk
Sonam Wangchuk News : लेह में हिंसा के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार किए पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक का मामला उच्‍चतम न्‍यायालय पहुंच चुका है। वांगचुक की पत्‍नी गीतांजलि जे. अंगमो ने शीर्ष अदालत में याचिका दाखिल कर गिरफ्तारी को अवैध और असंवैधानिक बताया है। वहीं दूसरी ओर सोनम वांगचुक ने जोधपुर जेल से भावुक मैसेज भेजा है। इस मैसेज में उन्‍होंने हिंसा में मारे गए 4 लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि जब तक यह जांच पूरी न हो, मैं जेल में रहने को तैयार हूं।

खबरों के अनुसार, लेह में हिंसा के बाद गिरफ्तार किए पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक का मामला उच्‍चतम न्‍यायालय पहुंच चुका है। वांगचुक की पत्‍नी गीतांजलि जे. अंगमो ने शीर्ष अदालत में याचिका दाखिल कर गिरफ्तारी को अवैध और असंवैधानिक बताया है। वहीं दूसरी ओर सोनम वांगचुक ने जोधपुर जेल से भावुक मैसेज भेजा है।
इस मैसेज में उन्‍होंने हिंसा में मारे गए 4 लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि जब तक यह जांच पूरी न हो, मैं जेल में रहने को तैयार हूं। वांगचुक ने यह मैसेज अपने बड़े भाई त्सेतन दोरजे ले और वकील मुस्तफा हाजी के जरिए भेजा था।
 
वांगचुक ने अपने मैसेज में कहा, मैं शारीरिक और मानसिक रूप से ठीक हूं और सभी की चिंता और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद देता हूं। मेरी हार्दिक संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई, घायल हुए और गिरफ्तार किए गए। 
वांगचुक की पत्‍नी गीतांजलि जे. अंगमो की याचिका दाखिल करने के बाद उच्‍चतम न्‍यायालय की कार्यसूची के मुताबिक, यह मामला 6 अक्टूबर को सूचीबद्ध किया गया है। वांगचुक वर्तमान में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। पुलिस ने वांगचुक को 26 सितंबर को लद्दाख में हुए प्रदर्शन के 2 दिन बाद गिरफ्तार किया था। 
पिछले कई वर्षों से लद्दाख के लोग राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन 24–25 सितंबर को जारी भूख हड़ताल के दौरान हालात अचानक बिगड़ गए, झड़पें हुईं, हिंसा फैली, जिसमें कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए।
Edited By : Chetan Gour
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