बेटी बचाओ कैंपेन की संयोजक थी Seema Patra, लेकिन दिव्यांग के साथ उसकी क्रूरता से रूह कांप जाती है
रांची, आमतौर पर एक महिला किसी पुरुष की तुलना में ज्यादा संवेदनशील, भावुक और दयावान मानी जाती है। जब कोई महिला सामाजिक सरोकारों से जुड़ी हों तो उससे और ज्यादा उम्मीद की जाती है। लेकिन अगर कोई महिला किसी दूसरी महिला के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर के अत्याचार करे तो उसे आप क्या कहेंगे।
सीमा पात्रा नाम की एक महिला ने अपनी मेड सुनीता के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। जिसे सोशल मीडिया में जमकर गालियां दी जा रही हैं।
सीमा पात्रा ने मेड को पेशाब चटवाया, रॉड से उसके दांत तोड़ दिए। इतना ही नहीं, उसे कई सालों तक अपनी कैद में रखा। जानकर हैरानी होगी कि सीमा पात्रा भाजपा के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की राज्य संयोजक भी रही है। आइए जानते हैं कौन है सीमा पात्रा।
ऐसे किया दिव्यांग पर अत्याचार
रेस्क्यू टीम के मुताबिक, सुनीता को घर से निकलने की इजाजत नहीं थी। इस मामले में पीड़िता का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें सीमा पात्रा की हकीकत सामने आयी। सुनीता ने रेस्क्यू टीम को बताया था कि जब भी उसने घर से बाहर निकलने की कोशिश की तो सीमा पात्रा ने लोहे की रॉड से उसकी पिटाई की। पीड़िता सुनीता के शरीर पर कई जख्म के निशान मिले हैं। सुनीता ने बताया कि कई बार तो पिटाई के दौरान उसके दांत टूटे हैं। बताया जाता है कि सीमा पात्रा ने सुनीता के जीभ से फर्श की सफाई कराई गई, पेशाब चटाया और रॉड से उनके दांत तोड़ दिये थे।
कांग्रेस से आई थी भाजपा में
झारखंड की आदिवासी दिव्यांग युवती को बंधक बनाकर बेरहमी से पिटाई करने के मामले में रांची पुलिस ने बुधवार को पूर्व बीजेपी नेता सीमा पात्रा को गिरफ्तार किया है। सीमा पात्रा रांची के अरगोड़ा पूर्व आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी हैं। महेश्वर पात्रा विकास आयुक्त के पद से रिटायर हुए थे। वहीं सीमा पात्रा भाजपा की नेता है। भाजपा में रहने से पहले वो कांग्रेस में थी। घटना सामने आने के बाद भाजपा ने उसे पार्टी से निष्काषित कर दिया है। जिस युवती के साथ वो सालों तक क्रूरता करती आ रही थी, वो एक दिव्यांग युवती है।
सीमा पात्रा ने 1991 में पलामू से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। हालांकि वो चुनाव जीत हार गई थी। मेड सुनीता के साथ क्रूरता की हद पार करने के मामले में झारखंड बीजेपी के प्रमुख दीपक प्रकाश ने सीमा पात्रा को पार्टी से निलंबित करने का आदेश जारी किया था।
आखिर क्या है मामला?
आइएएस महेश्वर पात्रा के घर से एक आदिवासी युवती को हाल ही में रेस्क्यू किया गया। इस मामले में आरोप महेश्वर पात्रा की पत्नी सीमा पात्रा पर लगा था। विवेक वास्की नाम के शख्स ने अरगोड़ा थाने में मामले की शिकायत की थी। सीमा पात्रा बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी कार्यसमिति की सदस्य थीं। वो न सिर्फ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की राज्य संयोजक रही है, बल्कि वो काफी चर्चा में भी रहती है।
मेड सुनीता के साथ बेरहमी से अत्याचार करने के आरोप में उसे उसे गिरफ्तार किया गया है। हालांकि इसके पहले वो गिरफ्तारी के डर से भाग गई थी। रांची पुलिस ने बुधवार सुबह उन्हें गिरफ्तार किया है।
बेटे ने ही की दिव्यांग की मदद
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि सीमा पात्रा की क्रूरता की कहानी उनके बेटे आयुष्मान की वजह से ही उजागर हुई। सीमा पात्रा जिस तरह से दिव्यांग युवती सुनीता के साथ बेरहमी से पेश आ रही थी उससे परेशान होकर आयुष्मान ने सुनीता की मदद की। उन्होंने सचिवालय में काम करने वाले अपने दोस्त विवेक को इस पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद विवेक ने इस बारे में रांची डीसी को जानकारी दी।