RIL का बड़ा ऐलान, 3 साल में 10 लाख रोजगार पैदा करेगी रिलायंस, रिटेल कारोबार 3 गुना बढ़ेगा
नई दिल्ली। रिलायंस रिटेल 3 वर्षों में 10 लाख नए रोजगार पैदा करेगा। साथ ही लाखों लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजी-रोटी के अवसर भी पैदा होंगे। इसकी घोषणा रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं वार्षिक आम बैठक में की।
कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड महामारी के दौरान रिलायंस रिटेल का दमदार प्रदर्शन जारी है। कंपनी ने न केवल अपने स्टोर्स की संख्या में 1500 सटोर्स का इजाफा किया है, बल्कि महामारी के बीच कंपनी ने 65 हजार नई नौकरियां दी हैं। 2 लाख कर्मचारियों की मैन पॉवर के साथ रिलायंस रिटेल देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है।
7 हजार से ज्यादा छोटे बड़े शहरों में कंपनी के 12,711 स्टोर हो गए हैं। आज हर आठ में से एक भारतीय रिलायंस रिटेल में खरीदारी कर रहा है। अपनी निकटम प्रतिद्वंदी से रिलायंस रिटेल 6 गुना अधिक बड़ा है। मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारे परिधान व्यवसाय ने प्रतिदिन लगभग पांच लाख यूनिट और वर्ष के दौरान 18 करोड़ से अधिक वस्त्र इकाइयां बेची हैं।
यह ब्रिटेन, जर्मनी और स्पेन की पूरी आबादी को एक बार कपड़े पहनाने के बराबर है। विश्व स्तर के शीर्ष 10 खुदरा विक्रेताओं में शामिल होने को हम प्रतिबद्ध हैं। मुझे विश्वास है कि रिलायंस रिटेल अगले 3 से 5 वर्षों में कम से कम 3 गुना बढ़ने के रास्ते पर है ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जियोमार्ट ने भी 200 शहरों में अपना कारोबार फैला दिया है।
एक दिन में कंपनी को 6.5 लाख तक ऑर्डर मिल रहे हैं। 80 फीसदी लोग जियोमार्ट पर एक बार खरीददारी करने के बाद दोबारा खरीददारी करते हैं यह ई-कॉमर्स कंपनी के लिए शुभ संकेत है। रिलायंस रिटेल जियो मार्ट के माध्यम से छोटे व्यापारियों, किराना मालिकों का एक इकोसिस्टम बनाने में लगी है। बीते एक साल में 150 शहरों के 3 लाख के करीब शॉप कीपर जियोमार्ट से जुड़े हैं। कंपनी की अगले तीन वर्षों में 1 करोड़ छोटे व्यापारियों और किराना स्टोर्स को नेटवर्क से जोड़ने की योजना है।
मुकेश अंबानी ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए बताया कि रिलायंस रिटेल-अनुसंधान, डिजाइन और उत्पाद क्षमताओं के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मैटिरियल सोर्सिंग के लिए भी इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टोर्स की संख्या को भी इस साल बढ़ाया जाएगा।