Last Modified: श्रीनगर ,
गुरुवार, 18 जून 2015 (19:58 IST)
उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ रहे हैं पाकिस्तानी झंडे
श्रीनगर। पहले कश्मीर में फैला आतंकवाद दक्षिण की ओर बढ़ा था तो सबके पांव तले से जमीं खिसक गई थी। अब पाकिस्तानी झंडे दक्षिण का सफर करने की तैयारी में हैं। तैयारी शुरू भी हो गई है। एक सफर वे तय भी कर चुके हैं। अगला पड़ाव कहां होगा कहा नहीं जा सकता क्योंकि राज्य की भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार इसी मुगालते में है कि जम्मू कश्मीर में पाक झंडों को फहराए-लहराए जाने का सिलसिला कोई नया नहीं है और यह देश के बंटवारे के समय से ही चल रहा है।
इतिहास के मुताबिक, गठबंधन सरकार का सोचना जरूर ठीक हो सकता है पर वर्तमान हालात में यह उन ताकतों के लिए किसी विष बुझे तीर से कम नहीं है जो देशभक्ति का ढिंढोरा तो पीट रहे हैं पर उनकी पार्टी और नेता सिर्फ तमाशबीन बने हुए हैं या फिर इतिहास का ढिंढोरा पीट रहे हैं।
अगर यह कहा जाए कि अलगाववादियों के वे समर्थक कश्मीर घाटी के अलावा जम्मू संभाग में भी सक्रिय होने लगे हैं जो एक साजिश के तहत पाक झंडों को फहराने और लहराने की रणनीति लिए हुए हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। कल तो उस समय हद हो गई जब ऐसे तत्वों ने जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले के चौगान क्षेत्र में पाकिस्तान का झंडा लगा दिया, जिसे बाद में पुलिस ने जब्त कर लिया। हालांकि बुधवार को ही श्रीनगर के डाउन-टाउन के नोहट्टा में भी दो बार पाकिस्तानी झंडा लगाया गया, जिसे पुलिस द्वारा उतारने पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया।
किश्तवाड़ में फहराए गए पाक झंडे के प्रति हैरानी की बात यह थी कि जिस मैदान में इसे लहराया गया वहां टूर्नामेंट की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात की गई थी और सौ मीटर की दूरी पर हेलीपैड पर भी सेना का सुरक्षा शिविर था। बावजूद इसके ऐसी हरकत हो गई।
सवाल यह नहीं है कि किश्तवाड़ में भी पाक झंडा कैसे लहराया गया जबकि पाक झंडों को लहराकर राज्य के जनमानस को प्रभावित करने का एजेंडा लेकर आगे कदम बढ़ाने वाले तत्वों पर रोक लगाने के लिए क्या कुछ किया जाएगा या नहीं यह यक्ष प्रश्न है।
सबसे रोचक तथ्य इन घटनाओं के प्रति यह है कि यह सब उस भाजपा गठबंधन सरकार की नाक तले हो रहा है जो कभी कश्मीर में पाक झंडा लहराए जाने की घटना पर देशभर में हो-हल्ला मचाती थी और जम्मू संभाग में हड़ताल और बंद का सहारा लेकर अपनी उपस्थिति दर्शाती थी। पर उसके साढ़े तीन महीनों के शासन में अब कितनी बार पाक झंडा लहराया और फहराया जा चुका है यह तो भाजपा के नेताओं व मंत्रियों को भी याद नहीं है।
विचित्र स्थिति उस समय और दर्दनाक हो जाती है, खासकर भाजपा के काडर के लिए जब उनकी पार्टी के आला नेता और उप-मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले निर्मलसिंह मात्र यह बयान जारी करके अपना पल्लू झाड़ लेते हैं कि कश्मीर में पाक झंडे फहराए जाने का सिलसिला कोई नया नहीं है और यह कई सालों चला आ रहा है।
इस पर एक भाजपा कार्यकर्ता का सवाल था- ‘माना कि कश्मीर में यह नया नहीं है पर दक्षिण की ओर बढ़ते कदमों को भाजपा खुद आसरा देना चाहेगी क्या। फिलहाल इस सवाल का जवाब उसे कहीं से नहीं मिल पाया था जबकि सभी को इस कड़वी सच्चाई का सामना करना पड़ रहा था कि पाकिस्तानी झंडों के कदम उत्तर से दक्षिण की ओर तेजी से बढ़ रहे थे।