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Last Updated : शुक्रवार, 21 जुलाई 2023 (10:40 IST)

Weather Update : इन 5 राज्यों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट, जानिए देशभर के मौसम का हाल

Weather Update : इन 5 राज्यों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट, जानिए देशभर के मौसम का हाल - Orange alert of rain in these 5 states of the country
Weather Update : देश के अधिकतर हिस्सों में बारिश देखने को मिल रही है। कुछ राज्यों में ये अपने साथ आफत लेकर आई है। महाराष्ट्र में ये बारिश जानलेवा साबित हुई है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 
 
खबरों के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, सिक्किम, असम, मेघालय और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। वहीं गाजियाबाद में आज आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। आज कोंकण और गोवा में भारी से बहुत भारी बारिश देखने को मिल सकती है।

दक्षिणी गुजरात, तेलंगाना, दक्षिणी मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। उत्तरी पंजाब, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, शेष मध्य प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ, आंतरिक कर्नाटक, केरल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
तेलंगाना में तीसरे दिन भी बारिश, हैदराबाद में स्कूलों, सरकारी कार्यालयों में 2 दिन की छुट्टी घोषित : तेलंगाना में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बारिश जारी रही, जिससे हैदराबाद के कई इलाकों में जलजमाव और यातायात जाम हो गया और राज्य में कुछ स्थानों पर निचले इलाके जलमग्न हो गए।
 
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मुख्य सचिव ए शांति कुमारी को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) में सभी शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार और शनिवार को छुट्टी घोषित करने का निर्देश दिया। उन्होंने श्रम विभाग से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा कि निजी कंपनियां भी जीएचएमसी सीमा में छुट्टी की घोषणा करें।
 
मंदिर नगरी भद्राचलम में, बाढ़ की पहली चेतावनी जारी की गई है, क्योंकि गोदावरी नदी में जलस्तर दोपहर 3.19 बजे 43 फुट तक पहुंच गया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से युद्ध स्तर पर राहत उपाय करने और भद्राचलम की उन बस्तियों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए तैयार रहने को कहा, जहां बाढ़ आने का अंदेशा है।
 
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जिले में राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ कर्मियों को हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए जाएं। हैदराबाद में आईएमडी के मौसम केंद्र ने कहा कि कोमाराम भीम आसिफाबाद जिले में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा हुई।
 
जनगांव और मेडक जिलों में कुछ स्थानों पर तथा कामारेड्डी, कोमाराम भीम एवं अन्य जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। लगातार बारिश से हैदराबाद में यातायात की समस्या पैदा हो गई।
पालघर में बारिश से संबंधित घटनाओं में 3 लोगों की मौत : महाराष्ट्र के पालघर जिले में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में गुरुवार को तीन लोगों की मौत हो गई। जिले में तीन दिन से भारी बारिश हो रही है।
 
जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि मंगलवार से पालघर के कुछ हिस्सों में हो रही भारी बारिश के परिणामस्वरूप जिले के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है।
कदम ने बताया कि जिले के वसई में बाढ़ में फंसे 80 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
 
इस बीच, बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) के एक अधिकारी ने बताया कि घाटकोपर के बटवाड़ी इलाके में भूस्खलन के बाद 100 लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। पालघर और पड़ोसी ठाणे जिले में मौसम विभाग की ओर से भारी बरिश के ‘रेड अलर्ट’ के बाद संबंधित जिलों के अधिकारियों ने शुक्रवार और शनिवार को स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में बुधवार रात करीब 11 बजे हुए भूस्खलन की घटना में 16 लोगों की मौत हो गई।
 
दिल्ली में अगले 2 दिन बारिश की संभावना नहीं : भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को एक बुलेटिन में कहा कि दिल्ली में अगले दो दिनों के दौरान बारिश होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
 
बुलेटिन में कहा गया कि शाम 5.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 54 प्रतिशत थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 93 दर्ज किया गया जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से सड़कें अवरुद्ध, किन्नर कैलाश यात्रा स्थगित : हिमाचल प्रदेश के शिमला और किन्नौर जिलों में गुरुवार को अचानक आई बाढ़ से सड़कें अवरुद्ध हो गईं और खेतों तथा वाहनों को नुकसान पहुंचा, जिससे अधिकारियों को किन्नर कैलाश यात्रा स्थगित करनी पड़ी।
 
हिमाचल प्रदेश राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पहाड़ी राज्य में मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़ और सड़क दुर्घटनाओं में 131 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे राज्य को 4,985 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
 
किन्नौर के उपायुक्त (डीसी) तारुल एस रवीश ने कहा कि गुरुवार को किन्नौर में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और बादल फटने से 27 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और सांगला घाटी के कामरू पंचायत में कृषि भूमि जलमग्न हो गई। डीसी ने कहा कि खराब मौसम के कारण किन्नर कैलाश यात्रा को अस्थाई रूप से 15 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह यात्रा आमतौर पर एक अगस्त को कल्पा से शुरू होती है।
 
यात्रा किन्नौर जिले में 6,050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित किन्नर कैलाश शिखर पर समाप्त होती है। राज्य में भारी बारिश के कारण निचार उपमंडल और सांगला तहसील के सभी स्कूल तीन दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। किन्नौर के डीसी ने कहा कि जिले में 25 जुलाई तक हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी नागरिकों को सतर्क और घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
 
उन्होंने कहा कि किन्नौर में रुंगनू नाले के पास स्थित सड़क, एकतरफा यातायात के लिए आंशिक रूप से बहाल कर दी गई है। प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद से किन्नौर जिले को इस मानसून में अब तक 88.95 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। शिमला के डीसी आदित्य नेगी ने बताया कि बादल फटने के बाद बौरोनी नाले में जलस्तर बढ़ गया और रामपुर और झाकड़ी के बीच शिमला-किन्नौर राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर पानी भर गया।
 
उन्होंने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने वाहनों की आवाजाही के लिए सड़क खोलने का काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को किन्नौर और शिमला जिलों में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
 
अधिकारियों के अनुसार कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण राज्य में 676 सड़कें अवरुद्ध हुई है और साथ ही साथ 578 घर पूरी तरह से तथा 4,973 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। स्थानीय मौसम विभाग ने 24 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के लिए एलो अलर्ट चेतावनी जारी किया है। इसने चंबा, मंडी, कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिलों में कम से मध्यम बाढ़ के खतरे की चेतावनी भी जारी की है।
 
राजस्थान के अधिकांश भागों में आगामी दिनों में मानसून सक्रिय रहने की संभावना : राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश हुई। राज्य के अधिकांश भागों में आगामी दिनों में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है।
 
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जालोर के सांचौर में आठ सेंटीमीटर, राजसमंद के नाथद्वारा में छह सेंटीमीटर, उदयपुर के सलूंबर में पांच सेंटीमीटर, बीकानेर के कोलायत में पांच सेंटीमीटर, चूरू के रतनगढ़ में पांच सेंटीमीटर और अन्य कई स्थानों पर चार सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।
 
विभाग के अनुसार गुरुवार सुबह से शाम तक बीकानेर में 23.8 मिलीमीटर (मिमी), जालौर में 16.5 मिमी, जयपुर में 11 मिमी, सीकर में सात मिमी, चित्तौड़गढ़ में छह मिमी, डबोक (उदयपुर) में 1.2 मिमी वर्षा हुई। राज्य के अधिकांश हिस्सों में गुरुवार को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस से लेकर 33.3 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार रात का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस से लेकर 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
 
जयपुर मौसम केन्द्र के प्रवक्ता ने बताया कि वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी एवं उड़ीसा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है तथा एक और नया कम दबाव का क्षेत्र 24 जुलाई को उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बनने की प्रबल संभावना है।
 
उन्होंने बताया कि इस तंत्र के प्रभाव से राज्य में आगामी एक सप्ताह के दौरान अधिकतर भागों में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है, फलस्वरूप राज्य के अधिकांश भागों में हल्के से मध्यम बारिश जबकि आगामी दो दिनों के दौरान दक्षिणी एवं पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि 22-23 जुलाई से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने तथा कहीं भारी एवं कहीं अति भारी बारिश होने की संभावना है।
Edited By : Chetan Gour (एजेंसियां)
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