Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, जिसे पूरी दुनिया ने देखा। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश-विदेश से प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि तारीख के हिसाब से 22 जनवरी को मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ है, लेकिन तिथि के हिसाब वर्षगांठ समारोह 11,12 और 13 जनवरी को मनाया जा चुका है।
अयोध्या राम मंदिर से यूपी में पर्यटन बढ़ा : रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा वर्ष 2024 में अयोध्या राम मंदिर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ताज का दीदार करने वाले पर्यटकों से आगे निकल गई। जनवरी 2024 से सितंबर 2024 तक उत्तर प्रदेश में 476.1 मिलियन पर्यटक आए, जिनमें सबसे अधिक श्रद्धालु श्रीराम नगरी अयोध्या आए। इस अवधि में अयोध्या पहुंचने वाले दर्शनर्थियों की संख्या 13 करोड़ से अधिक रही।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के मुताबिक भारत से 13.55 करोड़ एवं 3.15 करोड़ विदेशी पर्यटक अयोध्या पहुंचे। जबकि, आगरा पहुंचने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 11.59 मिलियन और विदेशी पर्यटकों की संख्या 9.24 लाख ही रही। विभाग के अनुसार वर्ष 2023 मे यूपी आने वाले पर्यटकों की कुल संख्या 480 मिलियन थी, जबकि 2024 में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत यह आंकड़ा केवल 9 महीने में ही पार हो गया। 80% धार्मिक पर्यटक बुकिंग में वृद्धि देखी गई।
मंदिर निर्माण का कार्य 70 फीसदी पूरा : राम मंदिर के निर्माण का कार्य भी लगभग 70 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण हो जायगा। अभी तक के निर्माण कार्य में करीब 1200 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक राम मंदिर के साथ अन्य प्रकल्पों के निर्माण कार्य में अभी 1800 करोड़ की लागत आएगी।
18 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन : वर्ष 2025 का पहला दिन यानी 1 जनवरी जनवरी को नववर्ष के मौके पर अयोध्या नगरी में पहली बार 10 लाख से अधिक लोग अयोध्या पहुंचे। नववर्ष के मौके पर सभी ने अपने आराध्य के दर्शन किए। प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी 2024 को देश-विदेश से लगभग 5 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे। एक वर्ष में अयोध्या आने वाले कुल श्रद्धालुओं कि संख्या लगभग 18 करोड़ तक पहुंच गई है। पर्यटन विभाग के आंकड़े के अनुसार जनवरी 2024 से सितंबर 2024 तक के अयोध्या आने वाले कुल श्रद्धालुओं की संख्या 16.70 करोड़ बताई गई। इसके बाद अयोध्या में कई बड़े आयोजन हुए, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। श्रद्धालुओं का आना अनवरत जारी है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुताबिक अप्रैल 2024 से अक्टूबर 2024 तक राम मंदिर के दान-पात्र में 55.12 करोड़ का चढ़ावा प्राप्त हुआ, जबकि राम मंदिर को 5 हजार करोड़ से अधिक का दान प्राप्त हो चुका है। वहीं, देश के 18 करोड़ राम भक्तों ने भी 3200 करोड़ रुपए समर्पण निधि के रूप मे दी है, जबकि विदेशों से 11 करोड़ रुपए दान के रूप में मिले हैं।
मोरारी बापू ने दिए 11.3 करोड़ : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा दान देने वालों में राम
कथा वाचक मोरारी बापू ने 11.3 करोड़ रुपए दिए। डायमंड कंपनी श्रीरामकृष्णा एक्सपोर्ट्स के मालिक गोविंदभाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपए का दान दिया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का अनुमान है कि वह वित्तीय वर्ष 2024-2025 में राम मंदिर के निर्माण और अन्य संबंधित खर्चों पर 850 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
दूसरी ओर, एक साल में मंदिर के निर्माण और विकास के लिए 363 करोड़ रुपए से ज्यादा का दान मिला है।
अब तक के सामने आए आंकड़ों के मुताबिक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को राम मंदिर के निर्माण के लिए लगभग 35 बिलियन का दान मिला है। इस राशि में से लगभग 51% मंदिर के निर्माण के लिए आवंटित किया गया था और शेष धनराशि रखरखाव और मंदिर से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए निर्धारित की गई है।
अयोध्या के राम मंदिर को वित्तीय वर्ष 2023-24 में डेढ़ अरब रुपए से ज्यादा दान मिला था। ट्रस्ट के काउंटर पर जाकर लोगों ने 53 करोड़ रुपए चेक या नकद धन दिया। वहीं 71 करोड़ रुपए ऑनलाइन माध्यम से ट्रस्ट के खाते में जमा किए गए थे। बैंक से मिलने वाला ब्याज लगभग 204 करोड़ रुपए रहा है। कुल मिलाकर वित्तीय वर्ष 2023-24 में 34 करोड़ 61 लाख रुपए मिले हैं। राम मंदिर को पिछले 4 सालों में 13 क्विंटल चांदी और और 20 किलो सोना भी दान में मिला है। मंदिर को विदेशी चंदे में सबसे ज्यादा दान नेपाल और अमेरिका से मिला है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala