NIA ने IS से जुड़े संदिग्ध के श्रीनगर स्थित घर पर मारा छापा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े केरल के कुछ व्यक्तियों की गतिविधियों से संबंधित मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को वैश्विक आतंकवादी समूह के एक संदिग्ध सदस्य के श्रीनगर स्थित घर पर छापेमारी की।
आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस्लामिक स्टेट के केरल मॉड्यूल के संदिग्ध सदस्य उजैर अजहर भट के श्रीनगर के करफाली मोहल्ला इलाके स्थित घर में छापा मारा गया। इस्लामिक स्टेट को आईएसआईएस के नाम से भी जाना जाता है।
वर्ष 2021 में एनआईए ने केरल के कदनमन्ना के निवासी मोहम्मद अमीन उर्फ अबू याहया के खिलाफ जांच शुरू की थी, जो विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर इस्लामिक स्टेट का प्रचार करने वाले कई चैनल संचालित कर रहा था।
प्रवक्ता ने कहा कि इन चैनलों के माध्यम से, वह आईएसआईएस की हिंसक जिहादी विचारधाराओं का प्रचार कर रहा था और आईएसआईएस मॉड्यूल में नए सदस्यों की भर्ती कर रहा था। उसने और उसके साथियों ने कुछ व्यक्तियों की पहचान भी की थी, जिनकी हत्या की जानी थी।
एनआईए ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए जम्मू कश्मीर जाने की भी योजना बनाई थी और इस यात्रा के लिए विभिन्न स्रोतों से धन जुटाया था।
प्रवक्ता ने कहा कि जांच के दौरान, पता चला कि अमीन केरल की दीप्ति मारला के संपर्क में था, जो धर्मांतरण करके मुसलमान बनी थी। उसने मैंगलोर के अनस अब्दुल रहमान से शादी की थी। 2015 में, वह पढ़ाई करने के लिए दुबई गई थी, जहां उसकी मुलाकात मिजा सिद्दीकी से हुई और दोनों महिलाओं में आईएसआईएस के प्रति झुकाव पैदा हुआ।
अधिकारी ने कहा कि 2019 में उन्होंने खुरासान (अफगानिस्तान) में 'हिजरा' करने की कोशिश की और ईरान के तेहरान पहुंचीं। तेहरान पहुंचने के बाद खुरासान में मौजूद आईएसआईएस के सदस्यों से उनका संपर्क नहीं हो सका।
एजेंसी ने कहा कि वे दोनों भारत लौट आईं, और मारला ने अमीन, ओबैद हामिद मट्टा, मदेश शंकर उर्फ अब्दुल्ला और अन्य से संपर्क करके आईएसआईएस के नियंत्रण वाले क्षेत्र में हिजरा करने की योजना बनाई।
प्रवक्ता ने कहा कि जनवरी 2020 में, वह हिजरा की योजना बनाने के लिए मट्टा से मिलने श्रीनगर गई और एक सप्ताह के लिए श्रीनगर में रही। उन्होंने कहा कि मारला और मट्टा आमतौर पर जिन व्यक्तियों से संपर्क करते थे उनमें से एक भट था। भट पर साजिश का हिस्सा होने का संदेह है। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala