Weather Updates: देशभर के अधिकांश हिस्सों में मानसून (Monsoon) काफी सक्रिय (active) हो गया है और इसकी वजह से कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। बारिश (rain) से कई राज्यों में हाहाकार मच गया है और नदियां (Rivers) उफान पर आ गई हैं। भीषण बारिश के चलते कई सड़कें तालाब बन गई हैं। आइए जानते हैं आज कैसा रहेगा देशभर का मौसम?
आईएमडी (IMD) कुछ जगहों पर बारिश से राहत मिल रही है तो कुछ इलाकों में बारिश कहर बनकर टूट रही है। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) पिछले कुछ दिनों उमस का प्रकोप झेल रहा था। ऐसे में बीते 2 दिनों से हो रही बारिश राहत की किरण बनकर आई है। लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां पर बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
गुजरात (Gujarat) में बुधवार को भारी बारिश (Heavy rains) हुई जिसके कारण नदियों में जलस्तर बढ़ गया और बांधों से पानी बाहर आने लगा। इससे राज्य के कई हिस्से जलमग्न हो गए और कई गांवों का संपर्क टूट गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और 800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
उन्होंने बताया कि सुबह से वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद जैसे गुजरात के जिलों में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया जिसके कारण अधिकारियों को कुछ जगहों पर स्कूल एवं कॉलेज में अवकाश घोषित करना पड़ा। इसके अलावा कुछ इलाकों में रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
राज्य के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान गुजरात के कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है। हमने इस अवधि के दौरान 826 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए हमने प्रभावित जिलों में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 20 टीम और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 11 टीम तैनात की हैं।
पांडेय ने कहा कि व्यापक बारिश और कई जिलों के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी अत्यधिक भारी बारिश के 'रेड अलर्ट' के मद्देनजर स्थिति पर नजर रखने और फंसे हुए लोगों की मदद के लिए नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। राज्य के सभी 206 प्रमुख बांधों में पानी का ताजा प्रवाह हो रहा है और गुजरात का सबसे बड़ा सरदार सरोवर बांध अब 54 प्रतिशत भर चुका है।
बारिश से प्रभावित वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद जिलों में प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय अग्निशमन दलों के कर्मियों को तैनात किया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़े के अनुसार आणंद जिले के बोरसाद तालुका में 12 घंटे की अवधि (सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच) में 354 मिलीमीटर बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि निचले इलाकों में पानी भर जाने के बाद कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बोरसाद के बाद नर्मदा जिले के तिलकवाड़ा (213 मिलीमीटर), वडोदरा के पादरा (199 मिमी), वडोदरा तालुका (198 मिमी), भरूच तालुका (185 मिमी), छोटा उदेपुर के नासवाडी (156 मिमी) और नर्मदा जिले के नांदोद (143 मिमी) में वर्षा हुई है।
आणंद के जिलाधिकारी प्रवीण चौधरी ने कहा कि एनडीआरएफ की एक टीम को सेवा में लगाया गया है और प्रशासन जलमग्न क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को सूरत में हुई भारी बारिश के कारण शहर में जलभराव हो गया और कई गांवों का संपर्क टूट गया जिससे लगभग 200 लोगों को प्रभावित स्थानों से निकालकर दूसरे स्थानों पर पहुंचाना जरूरी हो गया। भरूच और नवसारी में प्रशासन ने भारी बारिश के कारण शैक्षणिक संस्थानों में एक अवकाश घोषित कर दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ कर्मियों की एक टीम फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए सूरत जिले के मंगरोल तालुका के लिंबाडा पहुंची। उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर जिले में 132 सड़कों को बंद कर दिया गया है। भरूच जिला प्रशासन ने वर्षा के चलते शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है। पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि वडोदरा मंडल में एक रेलवे पुल के नीचे जलस्तर बढ़ने के कारण लंबी दूरी की 11 एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के परिचालन में बदलाव किया गया है जबकि 4 स्थानीय यात्री रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं।
मुंबई को जलापूर्ति करने वाली एक और झील हुई ओवरफ्लो : पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के बाद मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली एक और झील तानसा बुधवार को पूरी तरह से भर गई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बीएमसी द्वारा प्रबंधित जलाशय महानगर के लिए पीने के पानी के 7 स्रोतों में से एक है और यह निकटवर्ती ठाणे जिले में स्थित है। एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी के हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग विभाग के अनुसार 1450.8 करोड़ लीटर की कुल क्षमता वाली झील शाम 4.16 बजे पूरी तरह से भर गई। 20 जुलाई को तुलसी के बाद तानसा ओवरफ्लो होने वाली दूसरी झील है।
7 जलाशयों- भातसा, ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी से महानगर को 385 करोड़ लीटर पेयजल की आपूर्ति की जाती है।
हिमाचल में भारी बारिश के बाद 28 जुलाई तक येलो अलर्ट : हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान हुई भारी बारिश के कारण 15 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दी गईं। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले 4 दिन यानी 28 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार कुल 15 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दी गईं जिनमें मंडी की 12, किन्नौर की 2 और कांगड़ा जिले की 1 सड़क शामिल हैं। इसके अलावा राज्य में 62 ट्रांसफॉर्मरों पर भी असर पड़ा है। मौसम विभाग ने तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण राज्य में बागानों और फसलों, कमजोर संरचनाओं तथा कच्चे घरों को होने वाले नुकसान के बारे में भी चेतावनी दी है।
भारत मौसम विज्ञान केंद्र के शिमला कार्यालय के अनुसार राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हुई। मंगलवार शाम से 24 घंटे की अवधि में बैजनाथ में सबसे अधिक 85 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके बाद पालमपुर (25.2 मिलीमीटर), जोगिंदरनगर (18 मिलीमीटर), धर्मशाला (10.4 मिलीमीटर), हमीरपुर (8 मिलीमीटर), पावंटा साहिब (7.6 मिलीमीटर), सैंज और काहू (7.5 मिलीमीटर प्रत्येक), कसौली (7.4 मिलीमीटर) और शिमला (5.6 मिलीमीटर) में बारिश दर्ज की गई।
आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है और 27 जून से जारी मानसून सत्र में लगभग 389 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जनजातीय जिला लाहौल और स्पीति का कुकुमसेरी मंगलवार रात 10.2 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा जबकि ऊना दिन में सबसे गर्म रहा जहां तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।(भाषा)
झारखंड और आस-पास के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, सतना, डाल्टनगंज, कोंटाई और फिर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी से होकर गुजरती है और मुख्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है।
समुद्र तल से 3.1 से 7.6 किलोमीटर ऊपर 22 डिग्री उत्तर में लगभग साझा क्षेत्र दक्षिण की ओर झुका हुआ है। दक्षिण गुजरात-केरल तट पर औसत स्तर पर अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश में 1.5 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। उत्तर-पूर्व असम में 1.5 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर 1.5 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, मध्यप्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मध्यम से भारी बारिश हुई। उत्तर-पूर्व राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हुई।
बिहार, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, मराठवाड़ा, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के उत्तरी तट और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज गुरुवार, 25 जुलाई को गुजरात, कोंकण और गोवा और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है।
सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मराठवाड़ा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, आंतरिक कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)
Edited by: Ravindra Gupta