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Last Modified: नई दिल्ली , रविवार, 31 अगस्त 2025 (15:22 IST)

2025 में भारत रत्न के कितने दावेदार, जानिए क्या है नियम?

bharat ratna
Bharat Ratna Award : झारखंड विधानसभा में शिबू सोरेन को सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। अब इस प्रस्ताव राष्‍ट्रपति के पास भेजा जा रहा है। इसी के साथ ही भारत रत्न पुरस्कार चर्चा में आ गया है। शिबू सोरेन के साथ ही मेजर ध्यानचंद, दलाई लामा, सुनीता विलियम्स और बाल ठाकरे का दावा भी मजबूत है। 
 
भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने दिसंबर 2024 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए भी भारत रत्न पुरस्कार की मांग की थी। उन्होंने ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के लिए भी देश के सर्वोच्च सम्मान की मांग की। वहीं झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने जयपाल सिंह मुंडा और विनोद बिहारी महतो के लिए भारत रत्न की मांग की दी।
 
गौरतलब है कि 2024 में सरकार ने कर्पूरी ठाकुर, लालकृष्ण आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को यह सम्मान दिया था। इस वर्ष पहली बार एक साथ इतने लोगों को यह सम्मान मिला।
 
अब तक किस किस को मोदी सरकार ने दिया भारत रत्न। देखिए सूची।
1.पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव -2024
2. पूर्व PM चौधरी चरण सिंह- 2024
3. एमएस स्वामीनाथन – 2024
4. लालकृष्ण आडवाणी- 2024
5. कर्पूरी ठाकुर- 2024
6. नानाजी देशमुख- 2019
7. भूपेंद्र कुमार हजारिका- 2019
8. प्रणब मुखर्जी- 2019
9. पंडित मदन मोहन मालवीय- 2015
10. अटल बिहारी वाजपेयी- 2015
 
क्या है भारत रत्न देने का नियम : बता दें कि भारत रत्न सम्मान एक कैटेगरी में एक साथ तीन से ज्यादा शख्सियतों को नहीं दिया जा सकता। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो किसी क्षेत्र में असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मान्‍यता देने के लिये दिया जाता है। भारत रत्न सम्मान राजनीति, कला, साहित्‍य, विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया जाता है।
 
क्या है भारत रत्न का इतिहास : 'भारत रत्न' सम्मान की शुरुआत तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 2 जनवरी 1954 को की थी। स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में पहली बार इस सम्मान से नवाजा गया था।
edited by : Nrapendra Gupta 
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