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Last Updated : मंगलवार, 9 जुलाई 2024 (16:56 IST)

नकली CBI ने कवि नरेश सक्‍सेना को किया डिजिटल अरेस्‍ट, 6 घंटे कमरे में बंद रहे, कविता और बांसुरी बजवाई

naresh saxsena
Fruad with Poet naresh saxsena: हिंदी साहित्‍य के मशहूर कवि नरेश सक्‍सेना फ्रॉड का शिकार हो गए। कुछ डिजिटल ठगों ने उन्‍हें पहले डिजिटली अरेस्‍ट किया। करीब 6 घंटों तक एक कमरे में बंद रखा।

नकली सीबीआई इंस्पेक्टर बनकर पहले उनसे पैसों की मांग की। जब पता चला कि वे कवि हैं तो उनसे मीर और फैज के शेर सुनाने को कहा। फिर उनसे अपनी कविताओं को सुनाने के लिए कहा। इसके साथ ही बदमाशों ने उनसे बांसुरी भी बजवाई। हालांकि उनके परिजनों ने सतर्कता दिखाई, जिससे वे ठगी से बच गए।

ऐसे हुई घटना : मामला रविवार का है। कवि नरेश सक्‍सेना लखनऊ में जब अपने घर में अकेले थे तो उनके पास दोपहर करीब 3 बजे वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाले जालसाज ने अपना परिचय सीबीआई इंस्‍पेक्‍टर के रूप में दिया और उनसे इंक्‍वायरी करते हुए पूछा कि क्‍या आपका आधार चोरी हो गया है? जब नरेश सक्‍सेना ने इससे इनकार किया तो फर्जी सीबीआई अफसर बने शख्‍स ने कहा कि आपके आधार का गलत इस्‍तेमाल करके मुंबई के बैंक में खाता खोला गया है और उससे करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है। आपके खिलाफ केस दर्ज हो गया है और अरेस्‍ट वारंट जारी हो गया है। नेशनल सिक्‍योरिटी का हवाला देते हुए उसने कहा कि आपको डिजिटल अरेस्‍ट किया जाता है।

कविता और बांसूरी सुनी : सायबर ठगों ने आधार के वैरिफिकेशन के नाम पर बैंक अकाउंट्स, आय, निवेश इत्‍यादि के बारे में सारी जानकारी ली। फिर उसने सक्‍सेना से घर के सारे दरवाजे बंद करने को कहा और उनको केस से छुटकारा दिलाने के नाम पर पैसे मांगने लगा। इस बीच जब नरेश सक्‍सेना ने उसको अपना परिचय कवि के रूप में दिया तो वो उनसे कविताएं सुनने लगा। शायरी सुनी। नरेश सक्‍सेना ने उसके लिए बांसुरी भी बजाई। वह घंटों तक उनसे ये सब सुनता रहा।

कवि से की पैसों की डिमांड : बाद में ठग नरेश सक्‍सेना से पैसे की डिमांड करने लगा। ठीक इसी वक्‍त उनकी बहू और घर के अन्य लोगों के आने पर उसने सभी को गिरफ्तार करने की धमकी दी। सख्ती से बात करने पर गालीगलौच शुरू कर दी। शातिर कई घंटे तक कोशिश करते रहे। लेकिन बाद में परिजनों ने कॉल काट दिया। इस बीच नरेश सक्‍सेना के परिजन घर आ गए। वो गेट खटखटाने लगे तो साइबर ठग ने कहा कि कॉल मत काटना वरना जेल जाना पड़ेगा। लेकिन जैसे ही दरवाजा खोला तो बहू ने माजरा समझकर लपककर फोन काट दिया। इस तरह वे ठगी से बच गए। कवि नरेश सक्‍सेना ने मीडिया को बताया कि इस दौर में कोई कविता नहीं सुनना चाहता, बदमाशों ने कई घंटों तक उनकी कविता सुनी और तारीफ भी की। सक्‍सेना ने बताया कि लोगों को इस तरह की ठगी से सावधान रहना चाहिए।
Edited By: Navin Rangiyal
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