Delhi coaching : बेसमेंट में थी लाइब्रेरी, मिनटों में भर गया 12 फीट पानी, क्या बायोमैट्रिक बना बच्चों की मौत की वजह?
Delhi coaching accident : मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में भारी बारिश के बाद राव कोचिंग सेंटर (Raus IAS Coaching) की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने रहे तीन अभ्यार्थियों की मौत हो गई। रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में बच्चों को रस्सी की मदद से बाहर निकाला गया। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या बायोमैट्रिक बना बच्चों की मौत की वजह?
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कैसे हुआ हादसा : बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में 30 से 35 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। अचानक बेसमेंट में पानी तेजी से भरने लगा। देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में वहां 12 फीट तक पानी भर गया। लाइट बंद होने से लाइब्रेरी के गेट पर लगे बायोमेट्रिक ने भी काम करना बंद कर दिया। इसके बाद छात्र बेसमेंट में बेच के ऊपर खड़े हो गए। पानी के दबाव से बेसमेंट में लगे कांच फूटने लगे। बताया जा रहा है कि लाइब्रेरी से निकलने का 1 ही गेट है। बेसमेंट से निकलने के लिए भी 1 ही सीढ़ी है।
क्यों मुश्किल हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन : अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बेसमेंट में एक लाइब्रेरी थी, जिसमें जहां कई विद्यार्थी मौजूद थे। भूतल में बड़ी मात्रा में पानी भरा था और फंसे हुए विद्यार्थियों को बाहर निकालने के लिए रस्सियों का सहारा लिया गया। कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने पर वहां रखा फर्नीचर तैरने लगा, जिससे बचाव अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
एनडीआरएफ ने बचाई 14 छात्रों की जान : NDRF ने रातभर चले ऑपरेशन में 14 स्टूडेंट्स को बचा लिया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, बेसमेंट में पानी भर जाने से जान गंवाने वाले 3 छात्र केरल, तेलंगाना और यूपी के रहने वाले थे। सभी शवों को RML शवगृह भेज दिया गया है।
छात्रों का प्रदर्शन : छात्रों के एक समूह ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की मौत पर प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। छात्रों के अनुसार, बेसमेंट में पहले भी कई बार पानी भर चुका था। वे पिछले कई दिनों से बेसमेंट की सफाई की मांग कर रहे थे।
क्या बोलीं स्वाति मालीवाल : घटना स्थल पर पहुंचीं AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा कि बच्चे बहुत दु:खी हैं और बहुत गुस्से में हैं। 12 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक न दिल्ली सरकार के कोई मंत्री या दिल्ली की मेयर आई हैं, कोई अधिकारी नहीं आया है। इन बच्चों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मैं मानती हूं कि ये मौत कोई आपदा नहीं है बल्कि ये हत्या है, जितने भी दिल्ली सरकार के बड़े-बड़े लोग हैं उन पर FIR दर्ज होनी चाहिए। जितने बच्चों की मौत हुई है उनके घर पर जाकर 1 करोड़ का मुआवजा देना चाहिए।
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को इस घटना की जांच करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। यह घटना कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
Edited by : Nrapendra Gupta