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Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 25 अगस्त 2023 (09:12 IST)

Weather Updates: दिल्‍ली-NCR में आज बारिश की संभावना, जानें कैसा रहेगा अन्य राज्यों का मौसम?

Weather Updates: दिल्‍ली-NCR में आज बारिश की संभावना, जानें कैसा रहेगा अन्य राज्यों का मौसम? - Chance of rain in Delhi-NCR today
Weather Updates:  मानसून (Monsoon) अब धीरे-धीरे अपनी ढलान की ओर बढ़ता जा रहा है, लेकिन बीच-बीच में यह जोर भी पकड़ रहा है जिसके चलते हिमाचल प्रदेश, उत्‍तराखंड सहित उत्‍तर-भारत के विभिन्‍न हिस्‍सों में इन दिनों बारिश का दौर देखने को मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कुछ हिस्‍सों के लिए आज भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
 
मौसम विभाग के अनुसार आज शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा के अलावा दिल्‍ली-NCR और उत्‍तरप्रदेश और बिहार में हल्‍की बारिश देखने को मिल सकती है। बताया गया कि पश्चिमी बंगाल के कुछ क्षेत्रों में आज भारी बारिश की संभावना है। हालांकि ज्‍यादातर क्षेत्रों में हल्‍की से मध्‍यम बारिश की बात ही कही जा रही है।
 
दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत तापमान से 1 डिग्री कम है जबकि न्यूनतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2 डिग्री कम है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 85 दर्ज किया गया।
 
एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है। आईएमडी के बुलेटिन के मुताबिक शाम 5.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 67 प्रतिशत दर्ज की गई। दिल्ली में बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री नीचे 29.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
 
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की बारिश पूर्वी उत्तरप्रदेश और तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर भी हो सकती है। यहां हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कुछ स्‍थानों पर भारी बारिश देखने को मिले।
 
औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ फिरोजपुर, अंबाला, बरेली, गोरखपुर, गया, धनबाद, डायमंड हार्बर और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी से होकर गुजर रही है। दक्षिणी उत्तरप्रदेश के मध्य भागों पर समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 और 5.8 किमी ऊपर है। एक उत्तरी-दक्षिणी ट्रफ रेखा दक्षिणी छत्तीसगढ़ से निचले स्तर पर तेलंगाना, रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है।
 
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम सब हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, ओडिशा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, तटीय आंध्रप्रदेश, जम्मू-कश्मीर और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश हुई। हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना और दक्षिण-पूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है।
 
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में सूखे जैसे हालात : औरंगाबाद से मिले समाचारों के अनुसार महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे शुक्रवार को मराठवाड़ा में सूखे जैसे हालात की समीक्षा के लिए यहां एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मंत्री मंडलायुक्त कार्यालय में बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें औरंगाबाद और लातूर मंडल की स्थिति पर चर्चा की जाएगी। अधिकारी ने बताया कि बैठक के बाद मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र परली (बीड़ जिला) के लिए रवाना होंगे।
 
हिमाचल में कई इमारतें गिरीं, भूस्खलन से सड़क बंद : शिमला व मंडी से मिले समाचारों के अनुसार बारिश से प्रभावित हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण गुरुवार को कुल्लू जिले में कई इमारतें ढह गईं और मंडी जाने वाली सड़क अवरुद्ध होने के चलते सैकड़ों यात्रियों को राहत शिविरों की शरण लेनी पड़ी। बुधवार रात को कुल्लू-मंडी मार्ग पर पंडोह के पास शिविरों में 900 से अधिक लोग थे। शिमला के समर हिल इलाके में 14 अगस्त को हुए भूस्खलन में एक शिव मंदिर मलबे में दब गया था। गुरुवार को उसके मलबे से 3 और शव बरामद किए गए।
 
अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू के आनी कस्बे में गिरी 7 या 8 इमारतों को पहले ही खाली करा लिया गया था और कोई हताहत नहीं हुआ। अधिकारियों ने शुक्रवार को शिमला के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। इस महीने राज्य में भूस्खलन और बारिश से संबंधित अन्य घटनाओं में लगभग 120 लोगों की मौत हो चुकी है। 14 अगस्त के बाद से ही लगभग 80 लोग मारे गए हैं। 24 जून को मानसून शुरू होने के बाद से हिमाचल प्रदेश में कुल 242 लोगों की मौत हुई है।
 
अधिकारियों ने कहा कि कुल्लू-मंडी राजमार्ग पर फंसे लोगों को पंडोह, औट और बजौरा में होटलों, विश्रामगृहों और घरों में बनाए गए राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के दोनों ओर कई वाहन फंसे हुए देखे जा सकते हैं।
 
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि बुधवार को राहत शिविरों में लगभग 950 लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए गए। आनी के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) नरेश वर्मा ने कहा कि दुकानों, बैंकों और घरों के अलावा अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों वाली 7 से 8 इमारतों में 4-5 दिन पहले दरारें आ गई थीं।
 
उन्होंने कहा कि इमारतों को हाल ही में असुरक्षित घोषित कर खाली करा लिया गया था और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वर्मा ने कहा कि आनी में राष्ट्रीय राजमार्ग-305 के किनारे अन्य असुरक्षित इमारतों को भी एहतियात के तौर पर खाली करा लिया गया है। हाल ही में शिमला में हुए 3 बड़े भूस्खलनों के मलबे से अब तक 27 शव बरामद किए जा चुके हैं।
 
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शिव मंदिर से 20 शव बरामद किए गए हैं जबकि फगली में 5 और कृष्णानगर में 2 शव बरामद हुए हैं। गांधी ने कहा कि गुरुवार को मंदिर के मलबे से पहले नीरज ठाकुर (45) नामक व्यक्ति का शव बरामद किया गया और अब समायरा (4) और पवन (64) के शव बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसी और व्यक्ति के लापता नहीं होने की जानकारी को देखते हुए खोज अभियान बंद कर दिया गया है।
 
मुख्यमंत्री सुक्खू ने गुरुवार को दावा किया कि राज्य को अब तक 12,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार को भी भारी बारिश हुई। बुधवार शाम से पालमपुर में 137 मिलीमीटर, नाहन में 93 मिलीमीटर, शिमला में 79 मिलीमीटर, धर्मशाला में 70 मिलीमीटर और मंडी में 57 मिलीमीटर बारिश हुई।
 
स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की और 30 अगस्त तक राज्य में बारिश होने का अनुमान जताया। प्रधान सचिव (राजस्व) ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि राज्य में कम से कम 729 सड़कें बंद हैं और 2,897 बिजली ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने से कई इलाकों में बिजली नहीं है।
 
हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में 3 बार भारी बारिश हुई। सबसे पहले 9 और 10 जुलाई को मंडी व कुल्लू जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई। दूसरे दौर में 14 व 15 अगस्त को शिमला और सोलन जिले प्रभावित हुए। तीसरे दौर में मंगलवार की रात शिमला शहर को भारी नुकसान हुआ।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार आज शुक्रवार को बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी उत्तरप्रदेश और तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
 
पूर्वोत्तर भारत के ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, विदर्भ के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, मध्यप्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
 
Edited by: Ravindra Gupta
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