वैज्ञानिकों ने बनाया ऐसा जेल जो करेगा हार्ट अटैक से होने वाले डैमेज की मरम्मत
लंदन। पिछले कुछ दशकों से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के चलते कई लोग अपनी जानें गंवा रहे हैं। हृदयरोगों के कारण दुनिया में हर साल डेढ़ करोड़ से ज्यादा मौतें होती हैं। यूनाइटेड किंगडम के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा जेल विकसित किया है जो दिल का दौरा पड़ने से होने वाले नुकसान की मरम्मत कर सकता है। यूके के शोधकर्ता इस जेल का उपयोग करके ह्रदय की मांसपेशियों की क्षति को ठीक करने में सक्षम रह हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस जेल की मदद से हार्ट अटैक से होने वाल मौतों में कमी लाई जा सकती है।
दुनियाभर के वैज्ञानिक लंबे अरसे से हार्ट फेलियर के बाद की क्षति को कम करने के तरीकों की तलाश कर रहे थे। सालों की रिसर्च के बाद अब जाकर शोधकर्ताओं ने एक ऐसा जेल तैयार किया है, जिसे आसानी से ह्रदय की मांसपेशियों में इंजेक्ट किया जा सकेगा। ये जेल मांसपेशियों के लिए मचान की तरह काम करेगा और जल्द ही नए टिशू बनाने में मदद करेगा।
इस अध्ययन की रिपोर्ट ब्रिटिश कार्डियोवैस्कुलर सोसाइटी सम्मलेन में प्रस्तुत की गई। मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि उनका बनाया जेल हार्ट फेलियर से जूझ रहे मरीजों का प्रभावी रूप से उपचार करने में सफल होगा।
मुख्य शोधकर्ता ने कहा कि ह्रदय में किसी भी क्षति को ठीक करने की बहुत सीमित क्षमता होती है। हमारी रिसर्च का मकसद है कि लंबे समय तक ह्रदय को स्वस्थ रखा जा सके। इस नई तकनीक की क्षमता से हार्ट फेलियर से होने वालो मौतों की संख्या को कम किया जा सकता है।