हरियाणा में भाजपा ने एंटी इंकबेंसी की काट के लिए दलबदलुओं और परिवारवाद को दिया मौका,अब बगावत को थामना बड़ा चैलेंज
हरियाणा विधानसभा चुनाव की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए अपनी उम्मीदवारों पहली सूची जारी करते हुए 67 उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। वहीं पार्टी की पहली सूची आते ही पार्टी में नाराज नेताओं के इस्तीफे और उनकी मान मनौव्वल का दौर भी शुरु हो गया है। हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाली वोटिंग के लिए आज से नामांकन शुरु होगा।
एंटी इंकबेंसी की काट के लिए टिकट काटे-हरियाणा में 10 साल से सत्ता में काबिज भाजपा को विधानसभा चुनाव में एंटी इनकम्बेंसी का सामना करना पड़ रहा है। यहीं कारण है कि पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली सूची में 9 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए है, इसमें 3 वर्तमान मंत्री भी शामिल हैं। पहली सूची में भाजपा ने लगभग 25 फीसदी टिकट काटकर 27 नए चेहरों को मौका दिया।
भाजपा ने रनियां से कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला, सोहना से राज्य मंत्री संजय सिंह के साथ पलवल से विधायक दीपक मंगला,फरीदाबाद से नरेंद्र गुप्ता, गुरुग्राम से सुधीर सिंगला,बवानीखेड़ा से विशंभर वाल्मीकि,अटेली से सीताराम यादव,रतिया से लक्ष्मण नापा, पिहोवा से विधायक और पूर्व मंत्री संदीप सिंह का टिकट काट दिया है।
पहली सूची मे 6 दलबदलुओं को टिकट-हरियाणा में भाजप ने अपनी पहली सूची में 27 नए चेहरों को उतारने के साथ दलबदूलों को टिकट दिया है। इसमें चुनाव से पहले जजपा छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले तीन विधायक शामिल है। जजपा के टिकट नारनौंद से विधायक रहे रामकुमार गौतम को सफीदों से और अनूप धानक को उकलाना से टिकट दिया है। वहीं जजपा के विधायक रहे देवेंद्र बबली को टोहना से उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ पार्टी ने पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी को कालका से उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस से भाजपा में आए सोनीपत के मेयर निखिल मदान को सोनीपत से उम्मीदवार बनाया है।
6 सीटों पर परिवारवाद को बढ़ावा- भाजपा भले ही राजनीति में परिवारवाद के फॉर्मूले को नाकरती हो लेकिन हरियाणा में जीत के लिए भाजपा ने परिवारवाद को नाकार दिया था। भाजपा ने 6 सीटों राजनीतिक परिवार से आने वालों को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसमें आदमपुर विधानसभा सीट से कुलदीप विश्नोई के बेटे भव्य विश्नोई, अटेली में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती, तोशाम से राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी, दादरी से सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान, समालाखा से करतार भड़ना के बेटे मनमोहन भड़ाना को उतारा है।
जातीय संतुलन को साधने की कोशिश- हरियाणा विधानसभा की पहली सूची में भाजपा ने जातीय संतुलन को साधने की कोशिश की है। राज्य में 42 फीसदी आबादी वाले ओबीसी समुदाय के 17 चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके साथ 13 जाट उम्मीदवरों के साथ 13 एससी, 9 ब्राह्मण और 8 पंजाबी उम्मीदवरों को टिकट दिया है।
भाजपा में बड़ी बगावत- हरियाणा में भाजपा की पहली सूची आते ही भाजपा को बड़ी बगावत का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी से इस्तीफों का दौर शुरु हो गया है। हरियाणा भाजपा के दो बड़े नेताओं ने पार्टीसे इस्तीफा दे दिया है। इसमें पार्टी के सीनियर नेता शमशेर गिल और रतिया से विधायक लक्ष्मण नापा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी ने रतिया से लक्ष्मण नापा काटकर सुनीत दुग्गल को चुनावी मैदान में उतारा है। इससे साथ हरियाणा भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और बाढड़ा से पूर्व विधायक सुखविंद मांडी और ओबीसी मोर्च के प्रदेश अध्यक्ष कर्णदेव ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।