विद्यार्थियों के लिए अमर शहीद भगत सिंह के 10 क्रांतिकारी विचार
शहीद भगत सिंह के ऐसे अनमोल विचार, जो जागते हैं युवाओं में देशभक्ति की अलख
Shaheed Bhagat Singh Jayanti 2024 : भगत सिंह को भारत के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक माना जाता है। उनके बलिदान और साहस ने भारत की स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया था। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को हुआ था। वे युवा उम्र में ही भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित हुए थे। उन्होंने 1928 में लाहौर में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ बम विस्फोट में भाग लिया, जिसके लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और दोषी ठहराया गया। उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई और 23 मार्च, 1931 को उन्हें फांसी दी गई थी। आइए पढ़ें अमर शहीद भगत सिंह के कुछ प्रेरणादायी विचार -
1. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है।
2. क्रांति मानव जाति का अपरिहार्य हक है, आजादी सबका कभी ना खत्म होने वाला जन्मसिद्ध अधिकार है।
3. इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज्बातों से, अगर मैं इश्क लिखना भी चाहूं तो इंकलाब लिख जाता हूं।
4. कोई भी अत्याचारी साधारण व्यक्तियों को कुचल कर उनके विचारों को नहीं मार सकते।
5. क्रांतिकारी सोच में दो आवश्यक लक्षण है एक बेरहम नंदा और दूसरी स्वतंत्र सोच।
6. हर मनुष्य का कर्तव्य है कि वह कर्म और प्रयास भरपूर करें, क्योंकि सफलता वातावरण और मौके पर निर्भर करती है।
7. किसी भी व्यक्ति को क्रांति शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए, जो लोग इसका दुरुपयोग करते हैं वह अपने फायदे के हिसाब से इसे अलग अर्थ और मतलब दे देते हैं।
8. बम और पिस्तौल से क्रांति नही लाई जा सकती है, क्रांति की तलवार विचारों से तेज होती है।
9. मैं एक मानव हूँ और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है।
10. मरकर भी मेरे दिल से वतन की उल्फत नहीं निकलेगी, मेरी मिट्टी से भी वतन की ही खुशबू आएगी।