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Last Modified: मंगलवार, 1 अप्रैल 2025 (13:53 IST)

MP के 19 धार्मिक नगरों में आज से बंद हुई शराब की दुकानें, उज्जैन के काल भैरव मंदिर के सामने पुलिस की चेकिंग

Liquor ban in Madhya Pradesh
भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से 19 धार्मिक नगरों में शरब की दुकानें बंद हो गई है। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी नगरीय सीमा में स्थित शराब की दुकाने पूर्ण रूप से बंद हो गई है। वहीं उज्जैन के प्राचीन काल भैरव मंदिर जहां प्रसाद के रूप में शराब चढ़ती थी वहां पर मंदिर के ठीक सामने स्थित शराब की दुकान बंद हो गई है। जिससे मंदिर आने वाले भक्त काल भैरव को शराब का प्रसाद नहीं चढ़ा पा रहे है। वहीं आज उज्जैन पुलिस ने काल भैरव क्षेत्र में चेंकिंग कर अवैध रूप से शराब के बिकने को रोकने की कोशिश की। गौरतलब है कि काल भैरव मंदिर में आने वाले भक्त शराब का प्रसाद चढ़ाते है, इसके लिए मंदिर के ठीक सामने सरकारी शराब की दुकान थी।

आज से प्रदेश के उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मण्डलेश्वर, ओरछा, मैहर, चित्रकूट, दतिया, पन्ना, मण्डला, मुलताई, मंदसौर और अमरकंटक की सम्पूर्ण नगरीय सीमा में एवं सलकनपुर, कुण्डलपुर, बांदकपुर, बरमानकलां, बरमानखुर्द और लिंगा की ग्राम पंचायत सीमा में समस्त मदिरा दुकानों एवं बार को बंद कर दिया गया है।

गौरतलब है कि 24 जनवरी 2025 को लोकमाता अहिल्याबाई की नगरी महेश्वर में हुई केबिनेट की बैठक में 19 नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों को पूर्णतः पवित्र घोषित करते हुए एक अप्रैल 2025 से पूर्ण शराब बंदी करने का फैसला किया गया था। वहीं शराबबंदी  को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नशामुक्ति की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया। यह कदम जन-आस्था और धार्मिक दृष्टि से श्रृद्धा के 19 नगरीय क्षेत्र एवं ग्राम पंचायतों में प्रभावशाली होगा।

जिन धार्मिक स्थान पर शराब बंदी का निर्णय लिया उसमें एक नगर निगम, 6 नगर पालिका, 6 नगर परिषद और 6 ग्राम पंचायतें हैं। जिन प्रमुख पवित्र नगरों में शराबबंदी लागू की जा रही है उनमें बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन, प्रदेश की जीवन रेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी का उद्गम अमरकंटक, महेश्वर, ओरछा रामराजा मंदिर क्षेत्र, ओंकारेश्वर, मंडला में सतधारा क्षेत्र, मुलताई में ताप्ती उद्गम क्षेत्र, पीतांबरा देवीपीठ दतिया, जबलपुर भेड़ाघाट क्षेत्र, चित्रकूट, मैहर, सलकनपुर, सांची, मंडलेश्वर, वान्द्रावान, खजुराहो, नलखेड़ा, पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र मंदसौर, बरमान घाट और पन्ना शामिल हैं।