अमेरिकी विमान वेनेजुएला पर हमले के लिए तैयार, मादुरो ने रूस से मदद मांगी
America Venezuela tensions: अमेरिका ने प्यूर्टो रिको के पास का एयरस्पेस अचानक बंद कर दिया है और फाइटर जेट्स को इंजन चालू रहते हुए ही फ्यूल भरकर तुरंत टेकऑफ के लिए तैयार रखा गया है। माना जा रहा है कि अमेरिका अब वेनेजुएला पर कभी भी हमला कर सकता है। दूसरी ओर, राष्ट्रपति मादुरो घबराए हुए हैं, उन्होंने रूस से मदद मांगी है। हालांकि वेनेजुएला ने भी अपने फाइटर जेट्स हवा में भेज दिए हैं। SU-30 विमान देश की तटीय सीमाओं पर निगरानी कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी सेना वेनेजुएला के सैन्य ठिकानों पर कभी भी हमला कर सकती है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका वेनेजुएला के उन पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स और नेवल बेस को निशाना बना सकता है, जिन पर राष्ट्रपति निकोलस मादुरो शासन का नियंत्रण है। कहा जाता है कि इनका ड्रग तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच, मादुरो ने रूस से तत्काल सैन्य मदद की गुहार लगाई है। बताया जा रहा है कि मॉस्को से मिसाइल सिस्टम, रडार अपग्रेड और जेट विमानों की मरम्मत के लिए मदद मांगी है।
ट्रंप को मादुरो पसंद नहीं : दरअसल, ट्रंप मादुरो को पसंद नहीं करते हैं। अमेरिका लंबे समय से मादुरो पर कार्टेल दे लॉस सोल्स नामक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट चलाने का आरोप लगाता रहा है। हालांकि वह इसके कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है। यह भी कहा जा रहा है कि ट्रंप वेनेजुएला पर हमला कर वहां के तेल भंडारों पर कब्जा करना चाहते हैं। ड्रग्स को सिर्फ वेनेजुएला पर हमले का बहाना माना जा रहा है।
वेनेजुएला से क्यों नाराज हैं ट्रंप : ट्रंप वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सरकार को अवैध मानते हैं। अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने मादुरो की 2018 और 2024 की चुनावी जीत को मान्यता नहीं दी है और वेनेजुएला में लोकतांत्रिक बदलाव की मांग करते रहे हैं। अमेरिका और मानवाधिकार समूहों का आरोप है कि मादुरो सरकार मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है, विपक्षी नेताओं को जेल में डाल रही है और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। अमेरिका ने वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गुएडो को देश का वैध अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर उन्हें समर्थन दिया था।
वेनेजुएला के तेल भंडार पर नजर : अमेरिका का मानना है कि वेनेजुएला के तेल भंडार पर मादुरो जैसे 'अस्थिर' शासक का नियंत्रण क्षेत्रीय और वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा के लिए खतरा है। अमेरिका ने वेनेजुएला की सरकार पर व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, खासकर उसके तेल क्षेत्र को निशाना बनाते हुए, ताकि मादुरो को सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर किया जा सके।
अमेरिका ने वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी PDVSA पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। कई जानकार मानते हैं कि अमेरिका इस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए रखना चाहता है और वेनेजुएला के तेल संसाधनों पर सीधा या परोक्ष नियंत्रण हासिल करना चाहता है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala