दमोह में निजी स्कूल के पोस्टर में हिंदू लड़कियों को हिजाब में दिखाने पर सख्त CM शिवराज, कलेक्टर को नए सिरे से जांच के दिए निर्देश
भोपाल। दमोह जिले के गंगा जमुना स्कूल में एमबोर्ड की हिंदू टॉपर लड़कियों को हिजाब में दिखाने का मामले में अब सरकार एक्शन मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूरे मामले को लेकर दमोह कलेक्टर को जांच के आदेश दिए है। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए पूरे मामले की नए सिरे से विस्तृत जांच के निर्देश दिए है। गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने अपनी शुरुआती जांच में स्कूल को क्लीन चिट दे दी थी। वहीं इस पूरे मामले को लेकर हिंदू संगठन स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग पर अड़ गए है
वहीं इससे पहले टॉपर लड़कियों के हिजाब वाले पोस्टर को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने जिला शिक्षा अधिकारी को लड़कियों के परिजनों से बात कर पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए थे। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा था कि परिजनों को आगे आकर अपनी बात रखनी चाहिए।
बुधवार को जब यह पूरा मामला सुर्खियों में आया था तब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दमोह एसपी को जांच के निर्देश दिए थे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गंगा जमुना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब में दिखाने के मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी से करा ली गई है। जिसमें स्कूल के परिजनों से इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले की गहन जांच के निर्देश दिए गए है।
वहीं हिंदू लड़कियों को हिजाब में दिखाने पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण पूरे मामले में संज्ञान लिया है। आयोग ने दमोह कलेक्टर-एसपी को जांच के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर लिखा कि मध्यप्रदेश के दमोह ज़िले में एक स्कूल द्वारा हिंदू और अन्य ग़ैर मुस्लिम बच्चियों को स्कूल यूनीफ़ॉर्म के नाम पर जबरन बुर्का व हिजाब पहनाये जाने की शिकायत प्राप्त हुई है। इसका संज्ञान लिया जा रहा है एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु कलेक्टर दमोह व पुलिस अधीक्षक दमोह को निर्देश प्रेषित किए जा रहे हैं।