महाकाल लोक पर सरकार की अजीबोगरीब सफाई, कांग्रेस सरकार के समय हुआ मूर्तियां लगाने का निर्णय,भ्रष्टाचार हुआ तो कांग्रेस जिम्मेदार
ujjain mahakal lok:उज्जैन में महाकाल लोक रविवार को आई आंधी के चलते कई मूर्तियों के खंडित होने के बाद कांग्रेस महाकाल लोक में भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर सरकार पर हमलावर है। चुनाव साल में कांग्रेस महाकाल लोक में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकार शिवराज सरकार 50% कमीशन का आरोप लगाया है। कांग्रेस के लगातार हमलों के बाज आज सरकार की तरफ से पूरे मामले सफाई पेश की गई। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि महाकाल लोक के निर्माण में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है और अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि महाकाल लोक के निर्माण का निर्णय 2017 में भाजपा सरकार के समय किया गया था और 2017 में 100 जमीन का अधिग्रहण निर्णय लिया था और 200 करोड़ की राशि भू-अर्जन के लिए गई थी। 2018 में भाजपा सरकार महाकाल के निर्माण का टेंडर किया गया।
इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय 7 मार्च 2019 में निर्माण के वर्क ऑर्डर जारी किया गया था। इसके बाद 18 जून 2019 को कांग्रेस सरकार के समय महाकाल लोक में आर्ट और मूर्तियों को लगाने का निर्णय हुआ और इसके दो पेमेंट 13 जनवरी और 28 फरवरी को कांग्रेस सरकार के समय हुआ है। उस समय सज्जन सिंह वर्मा उज्जैन के प्रभारी मंत्री थे और उस समय के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने इसको देखा था।
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा महाकाल लोक के निर्माण का निर्णय धार्मिक महत्व को देखते हुए भाजपा सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक के निर्माण गुणवत्ता के अनुसार हुआ है और एजेंसियों के द्वारा इसका मूल्यांकन हुआ।
उन्होंने कहा कि महाकाल परिसर में एफआरवी की 100 मूर्तियां लगी है,जिसकी लागत 7.50 करोड है। उन्होंने कहा कि मूर्तियों पर जो आर्ट है वह सिर्फ एफआरवी पर ही संभव हो पाती और पत्थर पर बहुत समय लगता है। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक का निर्माण करने वाली एजेंसी का मेंटनेंस का 3 साल का ठेका है और एजेंसी की ओर से क्षतिग्रस्त 6 मूर्तियों को सहीं करेगी।।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दावा किया कि महाकाल लोक के निर्माण में किसी भी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। कांग्रेस पूरे मामले पर गंदी राजनीति कर रही है। कांग्रेस ने जो भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है उसके कोई कोई प्रमाण नहीं है। अगर कांग्रेस भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो दो बार कांग्रेस के समय भुगतान हुआ है। अगर कांग्रेस भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो उसकी सरकार में भ्रष्टाचार हुआ होगा। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस को खुली चुनौती दे रहे है कि अगर उसके पास भ्रष्टाचार का कोई आरोप है तो उसके प्रमाण रखे, नहीं तो प्रदेश की जनता से माफी मांगे।
मूर्तियों पर पहले भी उठ चुके सवाल?-करोड़ों की लागत से बने महाकाल लोक का उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को भव्य कार्यक्रम में किया था। महाकाल लोक के निर्माण साथ इसके भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया था। लाल पत्थर और रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी मूर्तियों की गुणवत्ता के साथ धार्मिक महत्वा को लेकर भी सवाल उठाए गए थे। सवाल उठाए गए थे कि प्लास्टिक की प्रतिमाएं हिंदू धर्म स्थानों पर नहीं लगती। महाकाल लोक में धातु की प्रतिमा या पाषाण की मूर्तियां ही लगाई जाना चाहिए थी। इसके बाद भी महाकाल लोक में रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी मूर्तियों को लगाया गया और अब मात्र 30 किलोमीटर की रफ्तार से चली आंधी ने सरकार के दावे और भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी।