उपचुनाव में राष्ट्रवाद और राष्ट्र विरोधियों के बीच मुकाबला : उमा भारती
चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में राष्ट्रवाद की एंट्री
भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए अब प्रचार अभियान अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। चुनाव के अंतिम दौर में दोनों ही पार्टियों के स्टार प्रचारक ताबड़तोड़ चुनावी कर उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रहे है। चुनाव मंचों से जहां नेता एक दूसरे पर हमला करने में सियासी मार्यादा ताक पर रख रहे है तो दूसरी ओर अब चुनाव के अंतिम दौर में फिर राष्ट्रवाद का मुद्दा गर्मा गया है।
भाजपा की स्टार प्रचारक और पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने कहा कि यह चुनाव राष्ट्रवाद और राष्ट्रविरोधियों के बीच का चुनाव है। भिंड जिले के मेहगांव में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा कि 28 विधानसभाओं पर हो रहे उपचुनाव सत्य और असत्य के बीच का चुनाव है। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी है, जिसने मध्यप्रदेश का विकास किया और दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में अंधकार करने वाली और विनाश करने वाली कांग्रेस है। यह उपचुनाव सरकार बनाने का नहीं,एक मजबूत सरकार चलाने का चुनाव है। इसलिए आप सोच-समझकर उस पार्टी को वोट दें जो राष्ट्रवाद से प्रेरित हों। यह चुनाव राष्ट्रवाद और राष्ट्रविरोधियों के बीच का चुनाव है।
मेहगांव से पार्टी प्रत्याशी ओपीएस भदौरिया के समर्थन में चुनावी रैली करने पहुंची उमा भारती ने कहा कि आप अपने वोट के माध्यम से राष्ट्र विरोधी शक्तियों को करारा जवाब दें।चुनावी सभा में उमा भारती ने कहा कि मोदी सरकार एवं प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार गरीब, किसान,असहाय,युवा,महिलाओं और बुजुर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। 15 महीने प्रदेश में रही कमलनाथ सरकार ने गरीबों से उनके हक छीने और जनकल्याणकारी योजनाएं बंद कर दी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक तरफ वह लोग हैं, जिन्होंने 15 वर्ष तक सेवा की और दूसरी तरफ कांग्रेस के वह लोग हैं जिन्होंने 15 महीने तक प्रदेश को लूटा।