मंडीदीप के पास पुल क्षतिग्रस्त होने के मामले में कार्रवाई, एक निलंबित
भोपाल। भोपाल से मंडीदीप को जोड़ने वाले जयपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गौहरगंज के समीप कलियासोत नदी पर बने पुल के एक हिस्से के बारिश के पानी में क्षतिग्रस्त होने के मामले में आज सोमवार को सरकार हरकत में आई और एक इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया। इस मार्ग पर 3 बायपास, 4 ग्रेड सेपरेटर, 5 अंडरपास, 3 बड़े पुल, 13 छोटे पुल तथा 32 पुलियाएं निर्मित की गई थीं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव ने गौहरगंज के समीप कलियासोत नदी पर बने पुल की एप्रोच रोड बारिश के कारण कटने और सड़क को क्षति पहुंचने पर प्रबंधक (इंजीनियर) एसपीदुबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर तत्कालीन जिला प्रबंधक पवन अरोड़ा और सहायक महाप्रबंधक डीके जैन (सेवानिवृत्त) के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने इसके साथ ही पुल की डिजाइन एवं निर्माण करने वाली कंपनी सीडीएस इंडिया लिमिटेड तथा प्रोजेक्ट कंसल्टेंट थीम इंजीनियर को ब्लैक-लिस्टेड करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संपूर्ण क्षति की पूर्ति संबंधित निर्माण एजेंसी से कराई जाएगी। वहीं लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने बताया कि घटना की जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञों की टीम मौके पर भेजी गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। इसके तहत 8 लेन के स्थान पर 4 लेन से वाहनों की आवाजाही बहाल की गई है। उन्होंने घटना की समीक्षा के दौरान आज सोमवार को संपूर्ण मार्ग पर निर्मित संरचनाओं की जांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रूड़की से 2 माह में कराए जाने के निर्देश राज्य सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक को दिए हैं।
निगम के प्रबंध संचालक शशांक मिश्रा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि जयपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-12 पर गौहरगंज से भोपाल के मध्य फोरलेन सड़क मार्ग के निर्माण के लिए 48.71 किलोमीटर की लंबाई का कार्य मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम की ओर से केंद्र शासन से प्राप्त स्वीकृति एवं व्यय पर वर्ष 2017 में अनुबंधित किया गया था। इस मार्ग पर 3 बायपास, 4 ग्रेड सेपरेटर, 5 अंडरपास, 3 बड़े पुल, 13 छोटे पुल तथा 32 पुलियाएं निर्मित की गई थीं। यह कार्य मई 2021 में पूर्ण किया गया था। इस कार्य की निर्माण एजेंसी सीडीएस इंडिया प्रालि, नई दिल्ली थी तथा इसके अथॉरिटी इंजीनियर थीम इंजीनियर सर्विसेस जयपुर नियुक्त थे। विभाग द्वारा थीम इंजीनियरिंग कंपनी द्वारा गत 5 वर्ष में प्रदेश में किए गए सभी निर्माण कार्यों के तकनीकी ऑडिट किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
मिश्रा ने बताया कि गत कुछ दिनों से भोपाल और आसपास के क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा एवं 24 जुलाई की रात कलियासोत बांध के गेट खोले जाने से पानी के अप्रत्याशित बहाव के फलस्वरूप कलियासोत नदी पर बने वृहद पुल की अप्रोच सर्विस रोड के किनारे बनाई गई लगभग 40 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार खिसकने से गिर गई जिससे एक तरफ की सर्विस लेन का कटाव हो गया।
उनका दावा है कि वर्तमान में पुल को कोई क्षति नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पानी के तेज बहाव के कारण सुरक्षा की दृष्टि से लगभग 25 हजार बोरी रेत भरकर कटाव की पिचिंग का कार्य किया जा रहा है और संपूर्ण कार्य की मरम्मत और पुनर्निर्माण किए जाने में लगभग 4 माह का समय लगेगा। यह संपूर्ण कार्य ठेकेदार कंपनी मेसर्स सीडीएस इंडिया लिमिटेड और पाइल फाउंडेशन द्वारा शत-प्रतिशत अपने व्यय पर किया जाएगा।(वार्ता)